भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बंगाल रैली में भगदड़ के कारण भाषण उन्हें अपना भाषण छोटा करना पड़ा था। इस भगदड़ के दौरान कई लोगों को चोटें भी लगी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कई महिलाओं और बच्चों को भी चोट लगी है।
यह जनसभा पश्चिम बंगाल के ठाकुरनगर में थी। भारी भीड़ के कारण प्रधानमंत्री ने सिर्फ 14 मिनट का भाषण ही दिया था। भीड़ में धक्का मुक्की का माहौल बनता देख प्रधानमंत्री ने कहा कि समर्थकों के उत्साह से मैदान की जगह काम हो गयी है और इससे लोगों को असुविधा हो रही है।प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से आग्रह किया कि आप जहां है वहीं पर खड़े रहिए। लोगो के बीच धक्का मुक्की का माहौल देख पीएम मोदी ने जल्द ही भाषण का समापन कर दिया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मटुआ में संबोधन के दौरान पीएम मोदी के मैदान से बाहर खड़े सैकड़ों समर्थकों ने अंदर रैली लाने का प्रयास किया जिससे अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया था। पीएम मोदी ने सभी से शांति बनाए रखने का आग्रह किया लेकिन उनके आग्रह को अनसुना कर दिया गया और समर्थक मंच के सामने पड़ी कुर्सियां फेंकने लगे ताकि जगह बन सके। जबकि यह स्थान महिला समर्थकों के लिए आरक्षित था।
इस माहौल के बाद पीएम मोदी ने दूसरी रैली की बात कहकर भाषण समाप्त कर दिया था। पुलिस अधिकारी के मुताबिक भगदड़ जैसी स्थिति में कई महिलाएं और बच्चे जख्मी हो गए थे, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिये अस्पताल ले जाया गया था।
बीते वर्ष 16 जुलाई को नरेंद्र मोदी ले भाषण के दौरान पश्चिम मिदनापुर जिले में मंच गिर गया था और इसमे कई लोग जख्मी हुए थे। इस रैली में पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी पर जमकर निशाना साधा था।