अमेरिका में फर्जी स्कैम के तहत गिराफ्तार हुए 129 भारतीय छात्रों के विदेश मंत्रालय संपर्क जुटाने की कोशिशों में जुट गया है। भारत ने अमेरिका से छात्रों तक राजनयि संपर्क साधने की मांग की है और इसके लिए विरोध भी प्रकट किया है। भारत ने डिमार्श जारी किया है, जिसके तहत कूटनीतिक तौर पर अपना पक्ष रखना या विरोध जाताना होता है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि 129 भारतीय छात्रों को एक फर्जी यूनिवर्सिटी में जानबूझकर दाखिला लेकर अमेरीका मे रहने का आरोप लगाया गया है। पूरे अमेरिका में ऐसी 130 गिरफ्तारियां हुई है जिसमे 129 छात्र भारत के है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि “हमारी चिंता छात्रों की गरिमा और सेहत के कारण है और तत्काल उन तक राजनयिक पंहुच बेहद जरूरी है। ऐसा संभव है कि छात्रों को दाखिले के बहाने धोखा दिया गया हो, मुमकिन है उनके साथ उस स्तर की बदसुलूकी न हुई हो जो धोखादड़ी में शामिल लोगों के साथ हुई होगी।”
मंत्रालय ने कहा कि “हमने अमेरिका से छात्रों से सम्बन्ध सभी जानकारी मुहैया करने और जल्द ही कारावास से आजाद करने का आग्रह किया है। भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने छात्रों से संपर्क साधने के लिए कई कारागारों का दौरा किया था।” उन्होंने कहा कि अभी तक अधिकारी मात्र 30 छात्रों से ही संपर्क कर पायें हैं और शेष सभी से संपर्क साधने की कोशिश जारी है।
इमीग्रेशन अटॉर्नी के मुताबिक छात्रों को यूनिवर्सिटी के फर्जी होने के बारे में नहीं मालूम था और उन्होंने विभागों को फायदे के लिए फंसाने का आरोप लगाया है। विभाग का दावा है कि छात्रों ने जान बूझकर एक फर्जी यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया ताकि उनका अमेरिका का स्टूडेंट वीजा जारी रह सके।
वांशिगटन में भारतीय दूतावास 129 गिरफ्तार छात्रों की सहायता के लिए 24/7 खुला हुआ है। दूतावास ने दो फ़ोन नंबर 2023221190 और 2023402590 जारी किया है। गिरफ्तार छात्र, उनका परिवार या दोस्त दूतावास से इस ईमेल एड्रेस के जरिये [email protected]. इन पर सूचना दे सकते हैं।