राम मंदिर मुद्दे पर हाल ही में दिये गए अपने एक बयान में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि राममंदिर मुद्दा अपने आखिरी पड़ाव पर है, ऐसे में जो लोग इस आंदोलन से जुड़े हैं वो बस कुछ महीनों के लिए धैर्य रखें।
उत्तर प्रदेश के प्रयाग में चल रहे कुम्भ में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि ‘मंदिर निर्माण अब शुरू होने की कगार पर है, ऐसे में लोग सावधानी रखें।’
भागवत ने इस आंदोलन से जुड़े लोगों से अपील की है कि वे सभी लोग मंदिर निर्माण के लक्ष्य से अपना ध्यान न भटकने दें। इसी के साथ ही भागवत ने कहा कि लोग जरूरत पड़ने पर ही गुस्सा जाहिर करें।
भागवत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा है कि ‘हमें अगले 6 महीनों तक इस दिशा में इंतज़ार करना चाहिए, लेकिन इसके बाद मंदिर निर्माण भी सुनिश्चित करना आवश्यक है।’
हालाँकि भागवत के इस बयान के साथ ही सभा में हँगामा भी मच गया, जिसमें लोगों भागवत से मंदिर निर्माण की तारीख बताने को कहा-
Hungama at Dharam Sansad at #Kumbh2019 After Mohan Bhagwat says #RamMandir will be built in 1 or 2 yrs and endorses @narendramodi crowds chant 'Tareek Bataiye' @CNNnews18 pic.twitter.com/G7Tr5cinPS
— Shreya Dhoundial (@shreyadhoundial) February 1, 2019
वहीं दूसरी ओर केंद्र की तारीफ के कसीदे पढ़ते हुए भागवत ने कहा कि वो बीजेपी सरकार द्वारा पड़ोसी देशों में रह रहे गैर-मुस्लिमों को भारत की नागरिकता प्रदान करने के फैसले का स्वागत करते हैं।
हालाँकि आगामी आम चुनावों को देखते हुए भागवत ने यह भी बताया कि राम मंदिर आंदोलन इस बार चुनावों के परिणामों को भी प्रभावित करेगा। ऐसे में देश की जनता उसे ही चुनेगी जो राम मंदिर के निर्माण में आगे आएगा।
गौरतलब है कि प्रयाग में हाल ही सम्पन्न हुई एक और धर्म संसद में ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वरूपानन्द सरस्वती ने सभी साधू संतों को आदेश जारी करते हुए आगामी 21 फरवरी से मंदिर निर्माण कार्य में जुट जाने को कहा है। पीठाधीश्वर ने संतों से किसी भी रुकावट ने न डरने और गोली खाने के लिए भी तैयार रहने को कहा है।
वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मामले में चल रही सुनवाई अभी विभिन्न कारणों से शुरू भी नहीं हो पायी है।