हार्दिक पटेल ने कहा कि वह अगले 2.5 साल तक किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं जनता का एजेंट हूं और मेरा कोई दल या राजनैतिक आधार नहीं है। मुझे जनता ने ही नौकरी पर रखा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को उनकी ओर से सीधे तौर पर या पीठ पीछे समर्थन रहेगा और वह लोगों से कहेंगे कि बीजेपी को वोट न दें। उन्होंने कहा कि जनता के मुद्दे को सत्ता के कान तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर बीजेपी मूर्ख बनाती रही है।
पटेल ने बीजेपी पर तंज कस्ते हुए कहा कि वह केवल बातो की सरकार है और उसमे झूठे जुमलों के अलावा कुछ नहीं होता है।
लेकिन कुछ दिन पहले हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के साथ जाने की बात कही थी। जब उन्हें लगा की उनकी मांगो को दरकिनार किया जा रहा है, तो वह बैकफुट पर आ गए और शब्दों के जरिये कांग्रेस की अगुवायी में लग गए। हार्दिक ने सरदार पटेल को महान बताते हुए कहा कि वह हर व्यक्ति के नेता थे। सरदार देश के नेता थे।
पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने कुछ दिन पहले कांग्रेस को यह कहा था कि पाटीदार आरक्षण का रोडमैप बताने के लिए ज्यादा समय नहीं है। अगर ऐसा नहीं होता है तो उनका गुट सूरत में आयोजित राहुल गाँधी की रैली का विरोध करेगा।
वैसे हिंसा और पुलिसिया घटनाएं पटेल के अभियान का अहम् हिस्सा है। उनका गुट अपने समुदाय को हमेशा से बीजेपी के खिलाफ भड़काती है। आंदोलन के खिलाफ हुए उनके समुदाय पर अत्याचार को न भूलने नसीहत देते रहते है।