उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ 3 दिवसीय मॉरिशस दौरे पर मुंबई से निकल चुके है। बताया जा रहा है इस दौरे का मकसद प्रवासी भारतीयों को यूपी में निवेश के लिए आमंत्रित करना है।
सीएम योगी के साथ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, तथा अफसरों का एक दल भी इस दौरे के लिए रवाना हुआ है। उल्लेखनीय है कि मॉरिशस निवेश के छेत्र में भारत का अहम् साझेदार है। अपने 3 दिन के दौरे में योगी, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जगन्नाथ और प्रवासी भारतीयों से रूबरू होंगे।
सूचना विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश, जो योगी के साथ इस यात्रा में गए है उन्होंने बताया कि सरकार का विचार है कि लखनऊ में जड़े रखने वाले प्रवासी भारतीयों को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाये। तथा ऐसी भी संभावना है कि योगी अगले साल मार्च से लखनऊ में आयोजित होने वाले एनआरआई दिवस में भारतीय मूल के उद्योगपतियों को भी आमंत्रित कर सकते हैं।
उत्तरप्रदेश पिछले दो सालो से प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन कर रहा है, जिसका मकसद प्रदेश को प्रवासी भारतीयों से जोड़ना तथा विकास को उनके योगदान से बढ़ावा देना है। गौरतलब है कि अपने औद्योगिक नीति में सरकार ने पहले ही कह दिया है कि उत्तरप्रदेश में निवेश करने वाले प्रवासी भारतीयों का हम हरसंभव प्रयास करंगे।
योगी का मॉरीशस दौरा हाल में अमेरिका की विभिन्न कम्पनियों के 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद हो रहा है। योगी ने कहा है कि उत्तरप्रदेश निवेश का एक बेहतर और सुन्दर विकल्प है।
वैसे वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स में भारत 30 पायदान उछलकर 100 पोजिशन पर आ गया है। सबसे बड़ी बात ये है कि इस कैटेगरी में भारत सबसे ज्यादा इम्प्रूवमेंट करने वाला देश है, ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है कि प्रवासी निवेशको को यूपी के लिए आकर्षित करना थोड़ा आसान होगा।
फिर भी बड़ा सवाल ये है कि क्या मुख्यमंत्री योगी की ये यात्रा सफल होगी? क्या वो सच में यूपी को बड़े निवेशक दे पाएंगे? ख़ैर आपको बता दे कि सीएम बनने के बाद योगी जी की ये दूसरी विदेश यात्रा है इससे पहले पिछले अगस्त को वो म्यांमार गए थे।