चेतेश्वर पुजारा और शेल्डन जेक्सन ने सौराष्ट्र की दूसरी पारी में कर्नाटक के खिलाफ शतक लगाकर अपनी टीम को रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में पांच विकेट से जीत दर्ज करवायी। 279 रनो के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सौराष्ट्र की टीम के ओपनर टॉप आर्डर के बल्लेबाजो स्नेल पटेल और विश्वाराज जडेजा को शून्य पर चलता किया। सौराष्ट्र की टीम के एक वक्त 23 रन पर 3 विकेट हो गए थे। जिसके बाद शेल्डन जेक्सन औऱ पुजारा ने मैच को अपने नियंत्रण मे रखा और टीम को जीत तक लेकर गए। पुजारा एक बार बीच में आउट भी हुए थे लेकिन ऑन-फील्ड अंपायर ने उन्हे नॉट-आउट करार दिया था। 3 फरवरी को अब सौराष्ट्र की टीम रणजी ट्रॉफी के फाइनल में गत चैंपियंस विदर्भ से भिड़ेगी।
मैच को विवादों के साथ रखा गया था क्योंकि पुजारा दो मौकों पर विकेटकीपर श्रीनिवास सरथ द्वारा स्टंप के पीछे से कैच आउट हुए थे, लेकिन वह दोनों मौकों पर बचने में सफल रहे। लेकिन फैंस इससे नाखुश थे क्योंकि दोनो बार गेंद उनके बल्ले से लगकर गई और पुजारा खुद विकेट से हीले नहीं।
सौराष्ट्र की टीम के 3 विकेट के नुकसान में 68 रन थे जब पुजारा को ऑन-फील्ड अंपयार ने नॉटआउट करार दिया था। अंपायर की यह गलती कर्नाटक की टीम के लिए भारी पड़ी, जिसके बाद पुजारा ने 266 गेंदो में 131 रन की नाबाद पारी खेल डाली। उन्होने शेल्डन जेक्सन 100 के साथ चौथे विकेट के लिए 214 रन की साझेदारी की थी। जिसकी वजह से सौराष्ट्र की टीम ने आसानी से लक्ष्य को हासिल कर लिया।
इससे पहले कर्नाटक की टीम ने पहली इनिंग में 275 रन बनाए थे, जिसमें मनीष पांडे 62, श्रेयस गोपाल 87 और शरथ ने 83 रन की पारी खेली थी। पहली पारी में स्नेल पटेल ने सौराष्ट्र के लिए बेहतरीन 95 रन की पारी खेली, जिसकी बदौलत सौराष्ट्र की टीम पहली पारी में 236 रन बनाने में सफल रही। दूसरी पारी में मयंक अग्रवाल के 46 रन की पारी से कर्नाटक ने सौराष्ट्र के सामने 279 रनो का लक्ष्य रखा।
279 रनो के लक्ष्य का पीछे करने उतरी सौराष्ट्र की टीम को दूसरी इनिंग में आदर्श शुरूआत नही मिली लेकिन बाद में पुजारा और जेक्सन ने टीम को संभाला और मैच को अपने नियंत्रण में रखते हुए अपनी टीम को पांच विकेट से जीत दर्ज करवायी। सौराष्ट्र की टीम अगर विदर्भ को हारा देती है तो यह उनका रणजी ट्रॉफी का पहला खिताब होगा।