पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि चीन-पाक आर्थिक गलियारा प्रोजेक्ट देश के आर्थिक विकास के लिए बेहद जरूरी है। वह पाकिस्तान में नियुक्त चीन के राजदूत याओ जिंग को बातचीत के लौए इस्लामाबाद बुलाया था। दोनो ने अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मसलों पर चर्चा की और साथ ही सीपीईसी परियोजना के विकास के बाबत बातचीत की थी।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने व्यापार और आर्थिक सहयोग के कई क्षेत्रों में मदद व सहयोग का स्वागत किया है। विदेश मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने बीते वर्ष चीन को सफलतापूर्वक यात्रा की थी । इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के नेतृत्व के बीच कई अहम बैठकें हुई थी।
चीनी समकक्षी से अपनी मुलाकात के बाबत शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि द्विपक्षीय समझौतों को मज़बूत करने पर पाकिस्तान और चीन की बातचीत हमेशा फलदायी होती है। हमने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग में वृद्धि करने के बाबत बातचीत की थी।
चीनी राजदूत ने कहा कि दोनो मुल्कों की दोस्ती दोनो देशो की जनता के दिल से जुड़ी हुई है।
हाल ही में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल से जब पूछा गया कि न्यूयॉर्क टाइम में प्रकाशित रिपोर्ट, कि पाकिस्तान में चीन 60 अरब डॉलर की परियोजना के तहत फाइटर जेट और अन्य सैन्य उपकरणों का निर्माण करेगा, उन्होंने कहा कि सीपीईसी एक द्विपक्षीय आर्थिक परियोजना है।
उन्होंने कहा सीपीईसी पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को सुधारने में मदद करेगी, इसके तहत पाक में ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में सुधार होगा। मोहम्मद फैसल ने कहा कि यह एक द्विपक्षीय आर्थिक परियोजना है, और यह मेरे मुल्क के खिलाफ नहीं है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट “चीन की ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ इन पाकिस्तान टेकस अ मिलिट्री टर्न”, में कहा कि चीन जिस योजना को शांतिपूर्ण कहता है, जिसमे पाकिस्तान रक्षा सम्बन्धी परियोजनाओं में सहयोग कर रहा है, साथ ही इस गोपनीय योजना के तहत नए लडाकू विमानों का निर्माण भी किया जा रहा है।