हार्दिक पांड्या को टॉक शो कॉफी विद करण में अपनी अभद्र टिप्पणियों के लिए अभी तक बहुत आलोचनाए सुननी पड़ रही है। ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापस भेजे जाने और न्यूजीलैंड दौरे की वनडे सीरीज से निलंबित किए जाने के बाद, पांड्या अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासको की समिति (सीओए) से अपने व्यवहार पर सुनवाई के लिए तैयार है। शो में पांड्या की टिप्पणियों के लिए पर्याप्च आलोचनाए हुई है लेकिन सजा की गंभीरता पर फैंस और पूर्व क्रिकेटरो द्वारा भी सवाल उठाए गए है।
ऑस्ट्रेलिया के 2010 विश्वकप विजेता कप्तान माइकल क्लार्क ने भी स्थिति पर अपनी प्रतिक्रिया दी और इस मामले पर अपनी राय बतायी। हालांकि, उन्होंने शो में पांड्या की टिप्पणियों का सीधे उल्लेख नहीं किया, क्लार्क ने स्वीकार किया कि पांड्या विश्व कप की तैयारी में भारतीय पक्ष के लिए महत्वपूर्ण हैं।
क्लार्क ने विश्वास के साथ कहा, ” हार्दिक पांड्या जैसा प्रतिभाशाली खिलाड़ी टीम के संतुलन के लिए बहुत जरूरी है। वह अकेले अपनी बल्लेबाजी से मैच जीतवा सकता है और मुझे विश्वास है कि वह विश्वकप की टीम में होगा।”
क्लार्क ने उस बारे में भी बात की कैसे युवा खिलाड़ियो को खेल के मौद्रिक पहलू पर सम्मान अर्जित करना चाहिए। उन्होंने इस बारे में बात की कि आप एक स्टार या एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं, इस तथ्य की परवाह किए बिना सभी का सम्मान करना महत्वपूर्ण है।
“कितने पैसे तुम कमाते हो वह व्यर्थ है क्योंकि सबसे महत्वपूर्ण चीज इज्जत देना और इज्जत लेना होता है। मुझे यह लगता है यह सब शुरू होता है कि आपको कैसे लाया गया है।”
“हर व्यक्ति को सम्मान देना बहुत महत्वपूर्ण है। यह पेशे की परवाह किये बिना बड़ो के सम्मान के साथ शुरू होता है।”
क्लार्क ने कहा हर कोई गलती करता है लेकिन हर व्यक्ति के लिए उन गलतियों को छोड़ना और उनसे सीखना बहुत जरूरी होता है।
क्लार्क ने कहा, “पेशेवर खिलाड़ी आदर्श होते हैं, मान्यता प्राप्त होते हैं और उनकी जिम्मेदारी होती है। हर किसी से गलतियां होती हैं और उन्हें आगे बढ़ने और उनसे सीखने की जरूरत होती है।”