पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष मारिया फर्नान्डा से बातचीत करते हुए दोबारा कश्मीर मसले को उठाया है। एशिया पैसिफिक की पहली आधिकारिक यात्रा पर यूएन अध्यक्ष इस्लामाबाद की यात्रा पर थी। सिंतबर में उनका कार्यकाल शुरू हुआ था।
यूएन अध्यक्ष में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी से बातचीत की थी और के मसलों पर चर्चा भी की थी। शाह महमूद कुरेशी ने बताया कि उन्होंने कई क्षेत्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय मसलों पर चर्चा की थी।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि यूएन के अध्यक्ष के समक्ष उन्होंने कश्मीर मसले को भी उठाया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में मानवधिकार उल्लंघन कर प्रति काफी चिंतित है।
उन्होंने यूएन सुरक्षा परिषद में कश्मीर के लिए एक प्रस्ताव को प्रस्तावित करने को कहा था और लंबे अरसे से चल रहे इस विवाद को हल करने की इच्छा व्यक्त की थी। शाह महमूद कुरेशी ने आरोप लगाया कि भारत ने निरंतर नियंत्रण रेखा पर सीजफायर समझौते का उल्लंघन किया है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस मसले को हल करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यूएन सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष से सहमत है कि दुनिया मे शांति और स्थिरता के लिए एक मज़बूत और जीवंत होना जरूरी है। विदेश विभाग ने सूचना जारी कर कहा था कि दोनो पक्षों के मध्य सार्थक बातचीत की प्रक्रिया जारी है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने बताया कि पाकिस्तान अभी 30 लाख अफगान शरणार्थियों की पिछले चार दशकों से मेज़बानी कर रहा है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान विवाद के समाधान के लिए पाकिस्तान उनके संपर्क में हैं। अध्यक्ष ने अफगान शरणार्थियों को पनाह देने के लिए पाकिस्तान की सराहना की थी।
यूएन अध्यक्ष 22 जनवरी तक पाकिस्तान में ही रहेंगी और वह प्रधानमंत्री इमरान खान व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकात करेंगी।