दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक उत्सव इस वक़्त प्रयागराज में चल रहा है। कुम्भ मेला मंगलवार से शुरू हुआ था और पहले ही दिन, त्रिवेणी संगम में शाही स्नान लेने करीबन दो करोड़ श्रद्धालु शामिल हुए थे। 50 दिवसीय उत्सव में, लगभग 12 करोड़ तीर्थयात्री और साधुओं के इस भव्य मेले में शोभा बढ़ाने की उम्मीद है।
गुरुवार को, भारतीय रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट कार्टोसैट -2 ने अंतरिक्ष से आने वाली तस्वीरों को साझा किया जो कुंभ मेला 2019 में और उसके आसपास प्रमुख क्षेत्रों को दर्शाती है। कार्टोसैट -2 सीरीज सैटलाइट, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित किया गया था और एक साथ अंतरिक्ष में भेजे गए 104 सैटलाइट का हिस्सा था। तस्वीरों में, त्रिवेणी संगम और न्यू यमुना ब्रिज आसानी से दिखाई दे रहा है।
प्रयागराज में कुम्भ मेले के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर व्यवस्था की गयी है ताकि उत्सव में सारी सुविधाएं उपलब्ध हो। प्रयागराज शहर के सभी सात प्रवेश बिंदुओं पर प्रशासन ने अस्थायी बस स्टेशन बनाए हैं।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने तीर्थयात्रियों को लाने के लिए 6,000 बसें तैनात की हैं। कुंभ, जो हर छह साल में होता है, पहले ‘अर्ध कुंभ’ के रूप में जाना जाता था, लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसका नाम कुंभ में बदल दिया और हर 12 साल में लगने वाले मेले का नाम बदलकर ‘महा कुंभ’ कर दिया। कुम्भ को 2017 में यूनेस्को द्वारा ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की सूची में भी शामिल किया गया था।