भारतीय टीम के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले जो की रवि शास्त्री से पहले भारतीय टीम के कोच थे। उन्होने 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान से मिली हार के बाद टीम के कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हे टीम के साथ वेस्टइंडीज टूर के लिए उड़ान भरने के लिए एक्सटेंशन दिया गया था, लेकिन कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होने सन्यास के बाद ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा था, उन्होने भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ अटूट संबंध के बाद इस्तीफा दिया है।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने उनके ट्वीट का कोई जबाव नही दिया जिसके बाद उनके ऊपर वेस्टइंडीज टूर पर कई सवाल उठने लगे। कुंबले के कोच पद से हटने के बाद क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने नया कोच नियुक्त किया- इस समिति में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएल लक्ष्मण शामिल थे। जिसके बाद अब लक्ष्मण ने कुंबले के कोच पद के इस्तीफे पर बात की और कहा है कि उन्हे किसी ने बर्खास्त नही किया है। उनका एक साल का कांट्रेक्ट खत्म हो गया है।
द हिंदू के हवाले से कुंबले ने कहा “किसी ने कुंबले को बर्खास्त नहीं किया। कोहली का जहां तक सवाल था, वह एक मुद्दा था। वह कुंबले की शैली के साथ सहज नहीं थे। बीसीसीआई ने सीएसी को इसे सुलझाने के लिए बुलाया। हमें लगा कि अनिल ने शानदार काम किया, लेकिन परिस्थितियों के कारण उन्होने इस्तीफा दे दिया। अगर मैं उनकी स्थिति में होता, तो मैंने भी ऐसा ही किया होता।”
इसके अलावा लक्ष्मण ने बात की “शास्त्री को टीम का कोच बनाए जाने में कोहली की कोई भूमिका नही है। जहां तक सीएसी का सवाल है, हमने चाहा था अनिल टीम को आगे ले जाए। यही हमने बीसीसीआई से भी कहा था। लेकिन जब अनिल ने इस्तीफा दे दिया था तो, फिर से कोच बनने के लिए नए आवेदन आए थे। जिसमें हमे सबसे अच्छे विकल्प अनिल कुंबले लगे। यह विराट की पसंद नही थी। अनिल खेल के दिग्गज खिलाड़ी रहे है। भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान बहुत बड़ा है। इसलिए चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान उन्हें जो खराब प्रेस मिला, उसके लिए उन्हें अनफॉलो कर दिया गया। वह इसके लायक नहीं थे।”