श्रीलंका के बाएं हाथ के स्पिनर मलिंदा पुष्पकुमारा ने फर्स्ट-क्लास क्रिकेट के एक मैच में दूसरी टीम के सभी 10 विकेट अपने नाम किए।
कोलोंबो क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए उन्होनें सार्केन्स स्पोर्ट्स क्लब के खिलाफ 37 रन देकर 10 विकेट चटकाए थे। सार्केन्स की टीम 349 रनो के लक्ष्य का पीछा करने के लिए उतरी थी लेकिन मलिंदा की गेंदबाजी की आगे टीम केवल 113 रन पर ही ढेर हो गई। उन्होनें इस मैच की पहली इनिंग में भी अपने नाम 6 विकेट किए थे, जिसके साथ उन्होने पूरे मैच में 110 रन देकर 16 विकेट चटकाए थे।
पुष्पकुमारा 37 रन में 10 विकेट लेकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के आंकड़ों की सूची में संयुक्त 13 वें स्थान पर रखा। 1932 में नॉटिंघमशायर के खिलाफ यॉर्कशायर के लिए खेलते हुए हडले वेरिटी के 10 रन देकर 10 विकेट लिए थे इसलिए वह शीर्ष पर है।
दिलचस्प बात यह है कि सार्केन्स के चमिकरा एडिरसिंघे ने मैच में पहले ही उपलब्धि हासिल करने के करीब पहुंचकर नौ विकेट हासिल किए थे, लेकिन टीम के साथी एशेन बंडारा द्वारा एक विकेट लिए जाने पर वह इस उपलब्धि को नही पा सके।
यह मुकाम, हासिल करना बहुत मुश्किल होता है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इससे पहले दो ही गेंदबाज यह मुकाम हासिल कर पाए है जिसमें- इंग्लैंड के जिम लेकर साल 1956 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 56 रन गेकर 10 विकेट चटकाए थे। इनके बाद भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने साल 1999 में फिरोजशाह कोटला मैदान में पाकिस्तान के खिलाफ 74 रन देकर 10 विकेट चटकाए थे।
पुष्पाकुमारा ने श्रीलंका के लिए टेस्ट डेब्यू साल 2017 में किया था। उन्होने अपने करियर में अभी तक चार टेस्ट मैच खेले है और आखिरी टेस्ट मैच उन्होने इंग्लैंड के खिलाफ नवंबर में खेला था। वह अभी न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट टीम का हिस्सा नही थे।
31 साल के इस खिलाड़ी नें फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में एक और व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल की है और वह अपने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 700 से ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए है। उन्होनें 19.19 की औसत से अब तक 715 विकेट लिए है।