भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज और दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने आखिरी बार भारत के लिए इस साल के शुरूआत में दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में अपना एकदिवसीय मैच खेला था। अय्यर जो कि दिल्ली की टीम के कप्तान है, उनके नाम अभी तक 6 वनडे मैचो में 42 की औसत से 210 रन है। उन्होने अपने खेले गए 6 मैचो की 5 इनिंग में दो अर्धशतक लगाए है, जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 88 रन रहा है। हालांकि अय्यर को दक्षिण-अफ्रीका दौरे के बाद अबतक टीम में जगह नही मिली है।
हालांकि, मुंबई के इस बल्लेबाज ने कहा है कि वह सीनियर टीम में ना चुने जाने की वजह से परेशान नही है।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अय्यर ने कहा, ” मैं अब भावनाहीन हूं, मुझे इन दिनो अंदर से कुछ महसूस नही हो रहा है, मेरे लिए अब यह किसी भी तरह से महत्वपूर्ण नही है, कोई आता है कहता है मैं टीम में हूं, मैं टीम में नही हूं, यह ज्यादा मायने नही रखता।”
श्रेयस अय्यर ने कहा यह भावना मेरे अंदर तब उजागर हुई जब मुझे वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम में जगह नही मिली थी।
उन्होने आगे कहा, ” मैंने ज्यादा सोचना कम कर दिया है। यह सब वेस्टइंडीज सीरीद के बाद से शुरू हुआ। मैं अपने आप को कहता हूं की मैं जीवन का आनंद ले रहा हूं। मैं अपनी खुशी को नियंत्रित करने के लिए चयन के मुद्दो को नही चाहता। अगर में अपने भविष्य के बारे में सोचूंगा तो में नाराज हो जाऊंगा और इससे मेरा वर्तमान भी खराब हो जाएगा। इससे बहतर है अपने जीवन में आनंद लो- सलेक्शन एक अस्थायी बात है।”
श्रेयस अभी उन प्रतिभाशाली खिलाड़ियो में शामिल है जो भारतीय टीम के मिडल-ऑर्डर में अपनी जगह बनाने को बेकरार है। अय्यर घरेलू क्रिकेट में अभी तक लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आए है और उन्होने पिछेल तीन रणजी ट्रॉफी सीजन में 809, 1321 और 725 रन बनाए है। मुंबई की तरफ से रणजी ट्रॉफी औऱ विजय हजारे ट्रॉफी खेलने के अलावा, अय्यर इंडिया-ए की टीम कप्तान है और आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम की कप्तानी भी करते है।
अय्यर हाल में न्यूजीलैंड-ए की टीम के खिलाफ खेली गई एकदिवसीय सीरीज का हिस्सा थे और वहा से लौटने के बाद उन्होनें रणजी ट्रॉफी में अपनी टीम मुंबई की तरफ से 178 रन बनाए थे।