रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाइपरसोनिक मिसाइल का आखिरी परिक्षण सफलतापूर्वक कर दिया है। व्लादिमीर पुतिन ने सरकार के सदस्यों के साथ बैठा के दौरान कहा कि मेरे निर्देशों पर ही रक्षा मंत्रालय ने अंतिम टेस्ट की तैयारी और संचालन किया था।
रुसी राष्ट्रपति ने कहा कि रस के समक्ष एक नए प्रकार का रणनीतिक हथियार है। उन्होंने कहा कि इंटरकॉन्टिनेंटल “अवन्गार्ड” प्रणाली को साल 2019 से इस्तेमाल में लाया जायेगा।
प्रशसन ने मीडिया से कहा कि इस परिक्षण को बहुत दूर के इलाके पूर्वी कमचटका में किया था। राष्ट्रपति पुतिन राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण विभाग में मौजूद थे। बीते मार्च में सालाना सम्मेलन के दौरान व्लादिमीर पुतिन ने अवन्गार्ड की विशेषताओं का खुलासा किया किया था। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी की जीत के लिए यह एक नया हथियार है।
यह हाइपरसोनिक मिसाइल ध्वनि की गति से 20 गुना अधिक तीव्रता से उड़ती है। हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के साथ साल 1987 में शीत युद्ध के दौरान हुई संधि को तोड़ दिया था। तीन दशक पूर्व इंटरमीडिएट रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस ट्रीटी से अमेरिका बाहर निकल गया था।
यह संधि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और सोवियत संघ के अंतिम नेता मिखाइल गोर्बाचेव के मध्य हुई थी। इस संधि के तहत अमेरिका ने पश्चिमी जर्मनी और ब्रिटेन से मिसाइल तैनाती हटा ली थी जबकि सोवियत संघ ने यूरोपियन रेंज से एसएस-20 को हटा लिया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस को परमाणु संधि के नियमों का पालन करने के लिए 60 दिनों का अल्टीमेटम दिया था। रूस ने कहा था कि यदि इस संधि को तोड़ता है तो, वह वापस प्रतिबंधित हथियारों का निर्माण करेगा।
माइक पोम्पेओ ने कहा था कि रूस के पास एसएससी-8 मिसाइल है। उन्होंने कहा कि यह यूरोप को तबाह कर सकती है, रूस के ऐसे कदम अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए मुश्किलात पैदा कर सकते हैं।