अमेरिका के एडवेंचरर कोलिन ओ ब्रैडी ने अंटार्कटिका महाद्वीप को बिना किसी सहायता के पार कर दिया है, वह ऐसा कारनामा करने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए हैं। 33 वर्षीय कोलिन ओ ब्रैडी ने 54 दिनों में 16000 किलोमीटर की बर्फ से जमी दूरी को तय किया है।
ओ ब्रैडी के अभियान को जीपीएस से ट्रैक किया जा रहा था और उसका लाइव अपडेट उनकी वेबसाइट पर होता था। उनके साथ 49 वर्षीय एक ब्रिटिश सैन्य कप्तान लुइस रुड 3 नवम्बर को इस अभियान पर निकले थे, ताकि बिना सहायता के अंटार्कटिक को पार कर सके।
साल 1996-1997 में नोर्वे के एक बोर्जे ओसलंद ने इस अंटार्कटिक को अकेले पार किया था, लेकिन दिशा का अनुमान लगाने के लिए उन्होंने पतंगों का इस्तेमाल किया था। ब्रैडी के पास इस यात्रा की शुरुआत के दौरान 180 किलोग्राम का भार था। वह 12 दिसम्बर यानी अपनी यात्रा के 40 वें दिन दक्षिणी पोल पर पंहुच गए थे।
ब्रैडी ने सफ़र का आखिरी पड़ाव यानी 77.5 मील की दूरी 32 घंटों में पूरी की थी, इस बारे में उन्होंने नाश्ता बनाते हुए सोचा था।
ब्रैडी ने कहा कि सुबह के नाश्ता के लिए पानी गर्म कर रहा था, मेरे जहन में एक सवाल उठा, कि क्या मैं इस सफ़र को एक बार में निरंतर चलते हुए खत्म कर सकता हूँ। उस वक्त मैंने अपने जूते के फीते बांधे और इस नामुमकिन कार्य को करने के लिए निकल पड़ा। मैंने निर्णय किया कि अंतिम 80 मील की दूरी को मैं एक बार में ही पूरी कर दूंगा।
साल 2016 में ब्रिटिश सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट कॉनोल हेनरी वोर्स्ले ने इस अभियान को पूर्ण करने की ठानी थी लेकिन उनकी सफ़र के दौरान ही मौत हो गयी थी।