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    भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज

    भारत और पाकिस्तान के मध्य अपने राजनयिकों के साथ शोषण के मुद्दे पर विवाद गहराता जा रहा है। पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में बने नए भारतीय रेजिडेंशल कॉम्प्लेक्स में गैस की पूर्ती करने से मना कर दिया है। भारत ने इस माह की शुरुआत में पाकिस्तान के राजदूत सोहेल महमूद को कलकत्ता जाने से रोका था।

    अलबत्ता पाकिस्तानी राजदूत की कलकत्ता जाने से रोकने पर दोनों पक्षों ने चुप्पी साध रखी है। अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान ने इस यात्रा के लिए अनुमति लेने में काफी देरी कर दी थी, इस उनका दौरा रद्द कर दिया गया था। सनद हो, भारत और पाकिस्तान के राजनयिकों को राजधानी से बाहर जाने के लिए अनुमति लेनी होती है।

    इस्लामाबाद में बने रेजिडेंशल कॉम्प्लेक्स में गैस पूर्ती में नियमित देरी की शिकायत भारतीय राजनयिक कई बार पाकिस्तान के समक्ष रख चुके हैं। ख़बरों के मुताबिक एक महीने में कई बार इस मुद्दे को पाकिस्तान उच्चायोग के समक्ष उठाया जा चुका है। एक अधिकारी के मुताबिक इस मसले को कई बार पाकिस्तान के समक्ष उठाया, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान ही नहीं दिया है।

    इससे पूर्व इस्लामाबाद के इस काम्प्लेक्स में कुछ लोगों ने छापा मारकर पानी और बिजली की सप्लाई को बंद कर दिया था। इसके बाद भारत ने नितमित तौर पर पाकिस्तान के समक्ष इस माह तक इस मुद्दे को उठाया था।

    इस काम्प्लेक्स में भारत के कई राजनयिक और कर्मचारी रहते हैं। ख़बरों के मुताबिक गैस की पाइपलाइन के बावजूद गैस की आपूर्ति को शुरू नहीं किया गया है। पकिस्तान के कई विभागों और विदेश मंत्रालय ने गैस आपूर्ति शुरू करने की अभी तक अनुमति नहीं दी है। सर्दियों की शुरुआत के कारण कर्मचारियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

    भारत ने पाकिस्तान के सामने अपने राजनयिकों के निवास स्थान से बिजली काटने के मुद्दे को भी उठाया है। पाकिस्तान में कई बार अधिकारिक बैठक के दौरान भी बिजली काट दी जाती है। दिसम्बर 10 को एक राजनयिक के घर में एक घुसपैठिये के जबरन घुसने की भी खबर है। इस मसले पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए, भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे को पाकिस्तान के समक्ष उठाया है।

    1992 आचार संहिता

    भारत और पाकिस्तान में कूटनीतिक अभियान की शुरुआत कूटनीतिक रिश्तों पर विएना सम्मेलन, 1961 और दोनों राष्ट्रों ने द्विपक्षीय आचार संहिता पर साल 1992 पर दस्तखत किये थे। 1992 भारत- पाकिस्तान आचार संहिता के मुताबिक कूटनीतिक राजनयिकों की परिसर की सुरक्षा और रक्षा और उनके परिवार का साम्मान और संरक्षण करना था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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