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    पाकिस्तानी परमाणु हथियार

    अमेरिका के पूर्व सीनेटर लैरी प्रेस्लेर के मुताबिक भारत और अमेरिका को मिलकर पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को नष्ट कर देना चाहिए। पाकिस्तान में रखे हुए परमाणु हथियार कभी भी आतंकवादियों के हाथ लग सकते हैं।

    लैरी ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रवैया बिलकुल सही है। उनके मुताबिक ट्रम्प भारत के लिए अभी तक सबसे लाभदायक राष्ट्रपति हो सकते हैं, चूँकि उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवादियों को पनाह देने वाला देश करार दिया है।

    उन्होंने कहा, ‘अमेरिका को पाकिस्तान को एक आतंकवादी देश करार दे देना चाहिए। पाकिस्तान के साथ सभी सहायताओं को बंद कर देना चाहिए और भारत और पाकिस्तान के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए। भारत एक गणतंत्र है, पाकिस्तान नहीं। पाकिस्तान ने अमेरिका को धोखा दिया है।’

    इसके अलावा उन्होंने पूर्व में नरेंद्र मोदी को अमेरिका का वीसा न दिए जाने पर इसे अमेरिका के ऊपर एक धब्बा बताया है। दरअसल जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस समय उनपर 2002 के दंगों में शामिल होने का आरोप लगा था। इस कारण उन्हें अमेरिका ने वीसा देने से इंकार कर दिया था।

    अमेरिकी पूरब सीनेटर लैरी प्रेस्लेर 90 के दशक में अमेरिका के रक्षा मंत्री में अहम् सदस्य थे। उन्होंने बताया कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश पाकिस्तान के पक्ष में थे और उन्ही के द्वारा आर्थिक सहायता देने पर पाकिस्तान ने परमाणु हथियार बनाये थे।

    प्रेस्लेर ने कहा कि उन्होंने हमेश से ही पाकिस्तान की निंदा की है। पाकिस्तान ने जब परमाणु बम बनाया था तो उन्होंने इसका काफी विरोध किया था। इसके चलते प्रेस्लेर की काफी आलोचना भी हुई थी।

    अब हालाँकि प्रेस्लेर का मानना है कि भारत और अमेरिका को मिलकर पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए और इसके परमाणु हथियारों को नष्ट करना चाहिए। उनके मुताबिक ट्रम्प द्वारा अफगानिस्तान में भारत की भूमिका को बढ़ाने का फैसला बिलकुल सही है।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।