गौतम गंभीर जिन्होने पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपो से सन्यास ले लिया है, उन्होने शनिवार को भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की सीबी सीरीज 2012 के लिए चयन नीति को लेकर आलोचन की थी, और उनका यह वार अब उन पर खुद भारी पड़ता नजर आ रहा है। ट्विटर पर लोगो गंभीर के इस बयान को सुनकर खुश नही है। गंभीर ने शनिवार को इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा था कि धोनी ने 2012 सीबी सीरीज के दौरान ही फैसला कर लिया था कि वह विरेंदर सहवाग, सचिन तेंदुलकर औऱ उनको 2015 विश्वकप मे साथ नही खिला सकते, औऱ वह युवां खिलाड़ियो को मौका देना चाहते है, गंभीर ने यह भी कहा था कि 2012 मे ही कोई कैसे 2015 की टीम चुन सकता है।
धोनी के लिए उनकी टिप्पणी मे लोगो ने उनको ट्विटर पर घेरा-
https://twitter.com/Prakash61682180/status/1071657141365166080
I honestly wish good for you post retirement but common man stop being such a big hypocrite, you say Dhoni is the best captain you have ever played under in an interview and than in the next interview you give out such statementshttps://t.co/j7GrbyaxR0
— Preeti (@pree042) December 9, 2018
Even if Dhoni made changes in 2012 series. It paid of as India lifted Champions Trophy in 2013. I have a lot of respect for you Gambhir. Don't make it go away like this. https://t.co/JNquJvT8E6
— Abbas Haider (@abbas_haiderr) December 9, 2018
गंभीर जिन्होने भारतीय टीम की तरफ से 58 टेस्ट मैच, 147 वनडे और 37 टी-20 मैच खेले है उन्होने कहा कि ” 2012 ऑस्ट्रेलिया मे खेली जा रही त्रिकोणीय सीरीज मे धोनी ने कह दिया था कि वह 2015 विश्व कप में गौतम गंभीर, सचिन तेंदुलकर औऱ विरेंदर सहवाग तीनो को एक साथ नही खिला सकते, यह मेरे लिए एक हैरानी की बात थी, यह किसी औऱ क्रिकेटर के लिए भी हैरानी की बात होगी, 2012 मे 2015 की विश्व कप टीम चुनना मेरे लिए हैरानी की बात थी।”
2012 सीबी सीरीज मे भारत की टीम ने 8 मैचो मे से केवल 3 मैच जीते थे, और एक मैच ड्रॉ खेला था, उस त्रिकोणीय सीरीज में भारत की टीम फाइनल तक नही पहुंच पायी थी और फाइनल मैच श्रीलंका औऱ ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। इस सीरीज मे भारत की तरफ से विराट कोहली ने सबसे ज्यादा रन बनाए थे, कोहली ने उस सीरीज के 8 मैचो मे 373 रन बनाए थे, तो वही गंभीर ने 7 मैच मे 308 रन। वही विरेंदर सहवाग जिन्होने इस सीरीज मे पांच मैच खेले थे उन्होने सिर्फ 65 रन ही बना पाए थे, और तेंदुलकर ने 7 मैचो मे 143 रन बनाए थे।