पकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान भारत को कड़ा कदम उठाने के लिए उकसाने से बाज़ नहीं रहे हैं, वह रोजाना भारत के खिलाफ कोई विवादित बयान देकर सुर्खिया बटोरने की जुगत में दिखाई देते हैं। इमरान खान ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को उठाकर भारत की नाराज़गी को बढ़ा दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी जनता का राजनीतिक, कूटनीतिक और नैतिक समर्थन करेगा।
पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री का यह बयान अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के दिन जारी हुआ है, जो प्रत्येक वर्ष 10 दिसम्बर को आयोजित होता है। यह विश्व का 70 वां मानवधिकार दिवस है।
इमरान खान ने कहा कि 70 वें अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर ऐलान करता हूँ, कि पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के की जनता के मानवीय गौरव, सम्मान और स्वतंत्रता के अधिकार के लिए संघर्ष में उनका समर्थन करेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार परिषद् में प्रवेश किया है तो इस लिहाज से भी यह सार्थक है।
इमरान खान ने कहा कि चौथी बार युएक परिषद् में पाकिस्तान का प्रवेश अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का पाकिस्तान पर भरोसे को साबित करता है। पाकिस्तान ने हमेशा अंतर्राष्ट्रीय मानवधिकार नीति का विस्तार किया है।
पाकिस्तान का कश्मीर मसले पर समाधान
पाकिस्तान के पीएम ने कश्मीर मसले के समाधान के लिए भारत के साथ बातचीत का आयोजन करने की मांग की थी लेकिन सीमा पार से आतंकवाद के कारण भारत ने इस पहल में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी। हालांकि भारत ने पाकिस्तान में आयोजित करतारपुर गलियारे के शिलान्यास समारोह में भारत के दो केंद्रीय मंत्रियों को भेजा था और साथ ही पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को भी इस समरोह में शरीक हुए थे। इमरान खान ने कहा था कि कश्मीर मसले के दो ही समाधान है, जंग और वार्ता।
पाकिस्तान की सेना कश्मीर में अलगाववादियों का समर्थन करती है और उन्हें हथियार और आर्थिक मदद मुहैया करती है। भारत सरकार ने यूएन में विदेश मन्त्रियों की मुलाकात को रद्द करते हुए था कि पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता और आतंकवाद साथ नहीं हो सकते हैं।