पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने सार्क सम्मेलन की बैठक के दौरान पीओके के मंत्री की उपस्थिति के कारण सभा को बीच में छोड़ दिया था। भारत के कूटनीतिज्ञ शुभम सिंह ने इस्लामाबाद में आयोजित सार्क मीटिंग में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मंत्री चौधरी मुहम्मद सईद की उपस्थिति के कारण सभी का बहिष्कार कर दिया था।
भारत समस्त जम्मू- कश्मीर को अपना अभिन्न अंग मानता है और पीओके से किसी मंत्री को मान्यता नहीं देता है। साल 2016 में इस्लामाबाद में आयोजित सार्क सम्मेलन का भारत ने बहिष्कार किया था। भारत ने आरोप लगाया था कि पाकिस्तान से आतंकियों ने भारतीय सेना के कैंप उरी पर हमला किया था।
न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र की सभा के इतर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की बैठक को भी भारत ने रद्द कर दिया था। भारत ने पाकिस्तान पर जम्मू कश्मीर के पुलिसकर्मी की बर्बर हत्या और पकिस्तान में कश्मीर के चरमपंथी बुरहान वानी को सम्मानित करने के लिए डाक टिकट जारी करने का आरोप लगाया था।
पाक का भारत को न्योता
पाकिस्तान में आयोजित साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोपेराशन यानी सार्क सामेलन में शिरकत के लिए भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को भी आमंत्रण गया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस निमंत्रण का ऐलान किया था।
इसका जवाब देते हुए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेगा और पडोसी देश को पहले आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने से रोकना होगा। विदेश मंत्री ने करतारपुर गलियारे के निर्माण के फैसले का स्वागत किया है।
भारत सहित अफगानिस्तान, बांग्लादेश और भूटान ने भी इस सम्मेलन का बहिष्कार किया था। इस सम्मेलन के यदि आठ सदस्यों में से एक भी सम्मिलित होने से इनकार करता है तो इस बैठक को रद्द कर दिया जाता है। साल 2016 में सार्क सम्मेलन को रद्द कर दिया था।