7 दिसंबर को पंजाब के पटियाला में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसानो को बड़ी राहत देते हुए 1.09 लाख किसानों का 1,771 करोड़ रुपये का कर्ज माफ़ करने की घोषणा की।
ऋण माफ़ी योजना के दुसरे चरण की घोषणा का कार्यक्रम पहले आबोहर में होना था लेकिन राजस्थान का पडोसी जिला होने के कारण विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कार्यक्रम को मुख्यमंत्री के गृह जिले पटियाला ले जाया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने ऋण माफ़ी योजना के कार्यान्वयन के बाद के चरणों में भूमिहीन मजदूरों के ऋण को माफ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने मध्य एशियाई देशों में चीनी और आलू निर्यात करने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया और कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को निर्यात सूची में इन वस्तुओं को शामिल करने के लिए आग्रह किया है।
पंजाब सरकार ने आश्वस्त किया है कि इस योजना के तहत सभी योग्य किसानों को ऋण राहत मिलेगी और कोई वास्तविक लाभार्थी नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा “ऋण माफ़ी योजना एक सतत प्रक्रिया है और हम सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक योग्य किसान इसके अंतर्गत आ जाएगा।”
जब पिछले साल मार्च में कप्तान अमरिंदर सिंह सत्ता में आए थे, उन्होंने राज्य में 10 लाख से अधिक छोटे किसानों को 9,500 करोड़ रुपये का ऋण माफ़ करने का वादा किया था और तब से, केवल 20 महीने की अवधि में किसानो के ऊपर से ऋण का बोझ उतारने के लिए मजबूत कदम उठाए गए हैं।
2017 में सरकार द्वारा शुरू किए गए पंजाब के किसानों के ऋण राहत योजना के हिस्से के रूप में, सभी छोटे किसानों को 2 लाख तक की ऋण छूट दी जा रही है और इस योजना के तहत किसना 2 लाख तक के ऋण ले भी सकते हैं।
इस योजना का पहला चरण 7 जनवरी को शुरू हुआ था। पहले चरण में 5 जिलों मानसा, भटिंडा, फरीदकोट, मुक्तसर और मोगा के 3.18 लाख किसानों के 1,815 करोड़ तक के ऋण माफ़ किये गए थे।