भारतीय टीम के युवां विकेटकीपर ऋषभ पंत ने पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन स्टंप के पिछे से लगातार ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजो पर हमला जारी रखा और ऑस्ट्रेलिया का बल्लेबाजो का ध्यान भटकाने में सफल रहे।
ऑस्ट्रेलियाई इनिंग के 30वे ओवर में पंत ने ख्वाजा पर ताना कसा कि “हर कोई पुजारा नही हो सकता”, उस वक्त आस्ट्रेलियाई टीम एक नाजुक स्थिती में थी और ख्वाजा अपनी टीम को एक मजबूत स्थिती में ला रहे थे, आस्ट्रेलिया ने लंच के बाद पहले ओवर में मार्श का विकेट खो दिया था।
पंत ने ख्वाजा पर यह ताना इसलिए मारा क्योकि चतेश्वर पुजारा ने भारत की पहली इनिंग में टीम के लिए 246 गेंदो में 123 रन बनाए थे, जिसके बलबूते भारतीय टीम 250 का स्कोर बनाने मे कामयाब हुई, भारत का स्कोर एक वक्त 127 रन पर 6 विकेट था।
आखिरकार खवाजा नौ ओवर बाद अश्विन का शिकार बन गए और अश्विन ने अपनी फिरकी से उनका बैट छूआ दिया और विकेटकीपर पंत ने इस कैच को विकेट के पीछे आसानी से थाम लिया, ख्वाजा अपनी शुरुआत को बड़ी पारी में परिवर्तित नही कर पाए और उन्होने 125 गेंदो का सामने करके 28 रन बनाए।
"Everyone is not Pujara here, lads!" – Rishabh Pant chirps 😂
Good self-assessment I must say. 🤦🏽♂#AusvsInd
— Ananthasubramanian (@_chinmusic) December 7, 2018
"Everyone is not Pujara here" – Pant from behind the wickets! 😂😅
Khawaja to pant ”I am not Rohit Sharma anyways." (Didn't say it though) 😂😂🤣🤣 #AUSvIND #AUSvsIND #Ashwin
— Alexander Supertramp😕 (@IntoTheWildGuy) December 7, 2018
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन के चाय के समय तक 117 रन के निजी स्कोर पर अपने 4 विकेट गंवा दिए थे, जिसमें अश्विन ने 3 बाएं हाथ के बल्लेबाज मार्श, ख्वाजा और इस मैच में डेब्यू कर रहे मार्कस हैरिस का विकेट लिया।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऑस्ट्रेलिया में 2014-15 में खेली गई टेस्ट सीरीज जीतनी बाते, इस टेस्ट मैच मे नही हुई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी इस बार भारतीय खिलाड़ियो से एक बार भी नही उलझे।
घरेलू टीम ने इस बार मैदान पर आक्रमकता नही दिखायी, औऱ इस बार एक गौरवपूर्ण तरीके से खेले, बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद ऑस्ट्रेलियाई खेल पर कई सवाल उठाए गए थे जिसके कारण वह अब मैदान में एक अच्छी क्रिकेट खेल रहे है।
ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट टीम के कप्तान ने टेस्ट सीरीज से पहले ही अपने खिलाड़ियो को गौरभपूर्ण क्रिकेट खेलने को कहा था, कि जिससे वह अपने प्रशंसको का सम्मान दोबारा पा सके।