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    prashant kishor

    पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ” में, बिहार की ‘जनता दल(यूनाइटेड)‘ को बड़ी जीत हासिल हुई है। पार्टी के छात्र निकाय ने कोषाध्यक्ष का पद भी अपने नाम कर लिया है। पटना यूनिवर्सिटी के इतिहास में 1300 का वोट मार्जिन अबतक का सबसे ऊँचा वोट मार्जिन है। इस परिणाम में प्रशांत किशोर की जीत हुई है जो पार्टी के नए उपाध्यक्ष हैं। उन्हें छात्रो के विंग में सुधार लाने की ज़िम्मेदारी सौपी गयी थी। ये ‘जेडीयू’ की दूसरी जीत है। इससे पहले 2012 में उन्हें ये जीत हासिल हुई थी।

    तब से, ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी)‘ जो ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ से संबद्ध रखती है, लगातार जीत हासिल कर रही थी। इस बार, ‘एबीवीपी’ ने उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव के पद सहित अन्य प्रमुख कार्यालय जीते।

    परिणाम घोषित होने के बाद, ‘जेडीयू’ के नीरज कुमार ने ट्वीट कर कहा-” चुनावो के परिणाम ने उन लोगो के सामने आईना रख दिया है जो राजनीती के लम्बेपन का पर्याय बन गए थे। पटना यूनिवर्सिटी के छात्रो ने राजनीती के हक में वोट दिया है जो भ्रष्टाचार से मुक्त है और अच्छे गुणों और चरित्र से भरी हुई है।”

    https://twitter.com/PrashantKishor/status/1069660258295934976

    उन्होंने अपने ट्वीट से ‘एबीवीपी’ को ताना मारा है जिन्हें ‘जेडीयू’ के छात्र संघ ने कुछ हफ्तों पहले हरा दिया था। जब पुलिस ने कुछ छात्रो को पकड़ लिया था उसके बाद भाजपा ने एक बयां जारी किया जिसमे उन्होंने पुलिस, प्रशासन और कुछ समारोह प्रबंधको पर लड़ाई के लिए इलज़ाम लगाया था। इसके एक दिन बाद, किशोर की गाड़ी पर हमला हो गया था।

    चुनावी रणनीति बनाने में छह साल के करियर के बाद, किशोर ने नितीश कुमार की पार्टी को ज्वाइन कर लिया था। इससे पहले वे नरेंद्र मोदी के अभियानों को भी संभाल चुके हैं। मगर प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से झगड़े के बाद उन्होंने नितीश कुमार और कांग्रेस के साथ काम करना शुरू कर दिया था।

     

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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