पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने एक बार फिर कश्मीर मसले पर कहा कि इसके समाधान के लिए दो या तीन उपायें हैं। उन्होंने कहा कि कई चरणों में वार्ता से भी इस मसले को सुलझाया जा सकता है। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मसले के समाधान के दो या तीन मसलों पर विचार कर रहा है, जो सही स्तरों में अमल में लाये जा सकते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि जब तक भारत के साथ वार्ता शुरू नहीं हो जाती, वह सार्वजनिक तौर पर इसका खुलासा नहीं करेंगे।
पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री में कहा कि भारत और पाकिस्तान के समक्ष कश्मीर विवाद को सुलझाने के दो तरीके है जंग या वार्ता। भारत के साथ जंग की संभावनाओं के बाबत इमरान खान ने कहा कि दोनों राष्ट्र परमाणु हथियारों से संपन्न हैं। उन्होंने कहा कि जंग संभव नहीं क्योंकि इसका परिणाम हमेशा खतरनाक होता है। इमरान खान ने दावा किया कि आगामी आम चुनाव के कारण भारत शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि जंग की शुरुआत के बाद यह किसी के नियंत्रण में नहीं रहेगी, न वह इस जंग में जीत पायेंगे न हम जीतेंगे।
भारत और पाकिस्तान के मध्य विवाद का एक मात्र मसला कश्मीर है हालांकि इमरान खान के मुताबिक इस मसले का समाधान केवल बातचीत के जरिये ही निकाला जा सकता है। पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री ने भारत के पूर्व दिवंगत प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ कश्मीर मसले पर हुई अपनी बातचीत को साझा किया था। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा था कि अगर भाजपा साल 2004 में लोक सभा के चुनाव को जीतती है, तो कश्मीर मसले का हल निकल जाएगा।
इमरान खान ने कहा अटल बिहारी वाजपयी ने बोला था कि कश्मीर मसले का समाधान है और दोनों राष्ट्र इसके काफी नजदीक भी है। उन्होंने कहा कि कश्मीर विवाद का हल जंग कतई नहीं है और साथ ही सिर्फ बातचीत से इसे सुलझाया भी नहीं जा सकता है।
इमरान खान ने कहा कि करतारपुर गलियारे के निर्माण से पाकिस्तान की सरकार के मंसूबे स्पष्ट है, हम सभी पड़ोसियों के साथ अपने संबंधों को सुधारना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में चुनावी माहौल के कारण भारत अबभी बातचीत के लिए राज़ी नहीं है लेकिन करतारपुर के बाद भारत का पाकिस्तान से नफरत कर पानाबहुत मुश्किल है।
पाकिस्तान की विदेश नीति में सेना की दखलंदाजी के बाबत इमरान खान ने कहा कि सेना की सलाह उन नीतियों के लिए ली जाती है, जिसमे सुरक्षा हालात भी शामिल होते हैं।
इमरान खान ने शपथ ग्रहण समारोह के भाषण के दौरान कहा था कि अगर भारत शांति के लिए एक कदम बढायेगा तो पाकिस्तान दो कदम बढ़ाएगा। करतारपुर गलियारे के शिलान्यास समारोह ने इमरान खान ने कहा कि एक खिलाड़ी हमेशा हार से डरता है जबकि दूसरे का लक्ष्य हमेशा जीतना होता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना और सरककर भारत के मसले पर समान विचार रखते हैं।