भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज यूएई के दो दिवसीय दौरे पर गयी है। मंगलवार को भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने मुद्रा विनिमय के समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, इसके तहत दोनों राष्ट्र अपनी मुद्रा में व्यापार जारी रख सकते हैं।
इस समझौते के तहत दो राष्ट्र अपनी राष्ट्रीय मुद्रा के तहत व्यापार की कीमत अदा कर सकते हैं, यानी आयत और निर्यात की कीमत बिना किसी तीसरी मुद्रा के के सहारे किया जा सकता है, मसलन अमेरिकी डॉलर। विश्व में अधिकतर राष्ट्र अमेरिकी मुद्रा में आयात या निर्यात की कीमत अदा करते हैं।
दोनों राष्ट्रों ने इसके आलावा एक परियोजना आर दस्तखत किये हैं, इसके तहत भारत और यूएई मिलकर अफ्रीका की विकास परियोजनाओं को अपने अंतर्गत पूर्ण करेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि भारत की विदेश मंत्री ने गुरूवार को अबू धाबी में यूएई के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नहयान से मुलाकात की थी।
Special relations with UAE
EAM @SushmaSwaraj called on Crown Prince of #AbuDhabi, HH Sheikh Mohammed bin Zayed Al Nahyan. Both expressed satisfaction at the pace of our bilateral relations in a range of areas, attesting to our comprehensive strategic partnership pic.twitter.com/7s2zJELrS6
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) December 4, 2018
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों की गति पर संतुष्टि जाहिर की थी। यूएई में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए सुषमा स्वराज ने प्रवासियों के लिए योगदान के बारे में बताया ताकि भारत और यूएई के द्विपक्षीय रिश्तों का विस्तार संभव हो सके।
उन्होंने कहा कि भारत द्वपक्षीय रिश्तों के विस्तार में आपके योगदान की सराहना करता है। उन्होंने कहा कि यूएई में 3.3 मिलियन भारतीय समुदाय के लोग है। भारतीय समुदाय के सबसे ज्यादा नागरिक यूएई में बसे हैं।
यूएई में नियुक्त भारतीय राजदूत ने कहा था कि उच्च स्तर की यात्रा से कई नए क्षेत्रों मसलन ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, आर्थिक, रक्षा और अन्य में नए विचार साझा करने में मदद मिलती है। यूएई के विदेश मंत्री के साथ मुलाकात के आलावा सुषमा स्वराज अबुधाबी में गाँधी-ज़ायेद डिजिटल म्यूजियम का उद्घाटन भी करेंगी। यह महात्मा गांधी की 150 वीं सालगिरह और शेख ज़ायेद की 100 वीं सालगिरह के ख़ुशी के अवसर में संपन्न होगा।