उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का कहना है कि बाबर, औरंगजेब और अकबर जैसे शासकों को इतिहास की किताबों से हटाया जाएगा।
दिनेश के मुताबिक भारत की विरासत श्रीराम, महाराण प्रताप, गुरु नानक देव, शिवाजी, महावीर आदि जैसे लोगों से है। इन्हे इतिहास की किताबों में बहुत कम पढ़ाया जाता है। इस कारन से इतिहास की किताबों को फिर से लिखा जाएगा।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मुग़ल शासक जैसे औरंगजेब और बाबर ने लोगों पर बहुत अत्याचार किये थे। इन्हे किताबों में वीर शासक दिखाया जाता है। इसके अलावा बहादुर शाह जफ़र एक देशप्रेमी थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी।
ताज महल के बारे में पूछे जाने पर दिनेश शर्मा ने कहा, ‘ताज महल भारतीय संस्कृति की एक अमूल्य धरोहर है। लेकिन इसके बनने के बाद शाहजहां ने कारीगरों के हाथ कटवा दिए थे। इस कारन से कारीगर किसी भी ईमारत को बनाने से डरने लगे थे। यह भारत की संस्कृति नहीं है।’
उन्होंने आगे कहा कि महाराण प्रताप और शिवाजी जैसे वीर राजाओं को इतिहास की किताबों में लुटेरा दिखाया जाता है। इसे शीघ्र बदलना होगा।
उन्होंने कहा कि अब तक भारत का इतिहास मुग़ल, चीनी, अफगान और यूरोपीय शासकों से लिखा जाता रहा है, लेकिन अब परिस्थिति बदल गयी है। इतिहासकारों का एक समूह बनाया जाएगा जिन्हे भारत का इतिहास फिर से लिखने का जिम्मा सौंपा जाएगा।