मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव आयुक्त वीएल कंथा राव ने सोमवार को बताया कि राज्य में 28 नवम्बर को होने वाले मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। राज्य में 230 सीटों पर मतदान करने के लिए कुल 65,000 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिनमे से 2000 पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित है जबकि 160 मतदान केंद्र दिव्यंगों द्वारा संचालित है।
45,000 महिलाओं सहित कुल 3 लाख सरकारी कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है। राज्य में कुल 5 करोड़ 3 लाख 94 हजार 86 मतदाता राज्य के 230 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। राज्य सरकार के 3 लाख कर्मचारियों के अलावा केंद्र सरकार के 12,000 कर्मचारियों को भी चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है।
दृष्टिहीन मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव आयोग ने ब्रेल शिलालेख के साथ मतदाता फोटो पहचान पत्र जारी किए हैं।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधा चुनावी मुकाबला है। पिछले 15 सालों से राज्य की सत्ता पर काबिज भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी चौथी पारी के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं और 15 सालों से राज्य में अपना वनवास झेल रही कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के नेतृत्व में भाजपा से सत्ता छिनने के लिए पुरे उत्साह और जोश के साथ चुनावी मैदान में है।
2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 230 में से 166 सीटों पर कब्ज़ा किया था जबकि कांग्रेस को सिर्फ 58 सीटों से संतोष करना पड़ा था। मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने 4 सीटें हासिल की थी।
चुनाव परिणाम की घोषणा 11 दिसंबर को की जायेगी।