भारतीय महिला टी-20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर, मिताली राज और टीम मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य ने 2018 महिला टी-20 विश्वकप सेमीफाइनल मुकाबले में टीम की अनुभवी खिलाड़ी को बाहर करने के फैसले के बाद सोमवार को बीसीसीआई के अधिकारियों से मुलाकात की।
कप्तान हरमनप्रीत कौर, मिताली राज और मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य तीनों ने अलग- अलग जाके बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और बीसीसीआई जनरल मैनेजर सबा करीम के सामने अपना पक्ष रखा। जोहरी और करीम ने कहा कि हमने तीनो की बातो को सही से सुना हैं और हम जल्दी ही टीम के कोच रमेश पवार से भी मिलके सीओए के सामने रिपोर्ट रखेंगे।
भारतीय महिला टीम का अगला दौरा न्यूज़ीलैंड के खिलाफ जनवरी में हैं। यह सीरीज न्यूज़ीलैंड में ही खेली जाएगी जहां भारत के वनडे क्रिकेट की कप्तान मिताली राज और टी-20 की कप्तान हरमनप्रीत कौर एक्शन में दिखेंगी। हरमनप्रीत कौर वनडे क्रिकेट का एक बहुत बड़ा हिस्सा हैं, तो वही मिताली राज न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में टीम में अपनी जगह वापस पा सकती हैं।
भारत की पूर्व क्रिकेटर और सीओए सदस्य डायना इडुल्जी ने कहा इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में मिताली राज को टीम में जगह ना मिलने पर सवाल उठाना गलत हैं, और टीम ने ग्रुप-बी में सारे मैच जीते थे और ग्रुप के आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी जो कि टीम उस समय भी मिताली राज के बिना खेल रही थी। इस बात को बहुत खींचा जा रहा हैं इसे यही रोक देना चाहिए।
इडुल्जी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि मिताली को टीम में जगह ना मिलने की बात को बहुत हवा मिल रही हैं और टीम मैनेजमेंट ने जो फैसला लिया था वह ऑस्ट्रेलिया से मिली जीत के बाद टीम को बदलना नहीं चाहते थे, अगर भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच जीत जाती तो मुझे नहीं लगता की फिर कोई मिताली के चयन को लेकर बात करता।