Fri. Nov 22nd, 2024

    शुक्रवार को जयपुर के रामगंज में एक दम्पति और एक पुलिसकर्मी के बीच हुई झड़प ने हिंसक रूप ले लिया, जिससे हिंसा भड़क उठी और जयपुर प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा। इस हिंसा में पुलिस की और से हुई गोलीबारी में एक शक़्स की मौत हो गयी जिससे हिंसा ने और भयंकर रूप ले लिया।

     

    शनिवार को इंटरनेट सेवाओं पर प्रशासन द्वारा रोक लगा दी गई, जिसे रविवार रात 64 में से 50 स्टेशन पर निरंतर किया गया। बाकी के 14 स्टेशन का इंटरनेट सोमवार को खोला गया। मुस्लिम संघठनो ने राजधानी में हिंसा से हुई एक शक़्स की मौत को न्याय दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन करेंगे।

    शुक्रवार को हुई हिंसा में 24 साल के रईस की मौत हो गई, वहीं 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रशाशन से मीटिंग के बाद मुस्लिम संघठनो ने जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।

    रईस के परिवार ने पोस्टमार्टम करने की इज़ाज़त नहीं दी। 1 करोड़ के मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की गई और साथ ही रामगंज थाने के पुलिस वालों के निलंबन की मांग भी की है।

    हालाँकि ना ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और ना ही गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने इस विषय पर कोई बयान दिया है।
    इस हिंसा के कारण शहर के चार पुलिस स्टेशन पर कर्फ्यू लगया गया जिसमें माणक चौक, सुभाष चौक, गलता गेट और रामगंज पुलिस स्टेशन पर रविवार तक कर्फ्यू लगाया गया।