ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) के आंकड़ों के अनुसार भाजपा विधानसभा चुनावों में टेलीविजन पर विज्ञापन देने के मामले में नंबर एक पर है। कांग्रेस ने इस आंकड़ों और 5 राज्यों के चुनाव के मद्देजजर भाजपा द्वारा की जाने वाली खर्च की जांच कराने की मांग चुनाव आयोग से की है।
कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने बीएआरसी के आंकड़ों का हवाला देते हुए मीडिया को बताया, ‘बीजेपी द्वारा ये विज्ञापन खर्च बड़े व्यवसायों और बड़े राजनेताओं के बीच स्पष्ट गठबंधन को दर्शाता है … यह घोर पूंजीवादी सरकार है।’ तिवारी ने कहा कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि मौजूदा सरकार सूट बूट की सरकार है।
नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने भाजप के चुनावी फंडिंग पर सवाल उठाये और चुनाव आयोग से इसकी जांच की मांग की।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को बीएआरसी के आंकड़ों पर गौर करना चाहिए और इस बात की जांच करनी चाहिए कि सत्ताधारी पार्टी ने चुनाव प्रचार पर कितने पैसे बहाये हैं। चुनाव आयोग को चुनावी प्रक्रिया की वास्तविकता पारदर्शिता और अखंडता पर इसके प्रभाव की गंभीरता से विवेचना करनी चाहिए।
गौरतलब है कि ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) का एक आंकड़ा मिडिया में आया है जिसके तहत भारतीय जनता पार्टी ने टीवी पर विज्ञापन देने के मामले में अमेजॉन और ट्रीवैगो (क्या आपने कभी ऑनलाइन होटल बुक किया है) जैसी कंपनियों को भी पीछे छोड़ दिया है।