विषय-सूचि
अपरिमेय संख्या की परिभाषा (definition of irrational number in hindi)
अपरिमेय संख्या (irrational numbers) वे संख्याएं हैं जिन्हें हम p/q के रूप में व्यक्त नहीं कर सकते हैं। अर्थात ऐसी संख्याएं जो परिमेय नहीं हैं वे अपरिमेय संख्याएं हैं। हम ऐसा भी कह सकते हैं कि एक अपरिमेय संख्या को एक भिन्न के रूप में दर्शाया नहीं जा सकता है।
अपरिमेय संख्या के उदाहरण (examples of irrational number in hindi)
√2 , √3, √5 आदि ऐसी संख्याएं जिनका कोई पूरा वर्गमूल नहीं है या जो संख्याएं जिन्हें हम भिन्न के रूप में नहीं दर्शा प् रहे है ऐसी संख्याएं अपरिमेय संख्याओं के उदाहरण के अंतर्गत आएँगी।
कुछ प्रचलित अपरिमेय संख्याएं :
पाई :
पाई एक बहुत प्रचलित अपरिमेय संख्या है। इसका मान एक वृत्त की परिधि एवं उसके व्यास के बराबर होता है। हम एक पाई के मान को एक साधारण भिन्न के रूप में नहीं दर्शा सकते हैं क्योंकि ऐसा मुमकिन नहीं है।
इस परिमेय संख्या का अनुमानित मान 22/7 = 3.1428571428571 के लगभग है। हम कोई ऐसी भिन्न नहीं लिख सकते जिसका मान पाई के मान के बराबर हो।
यूलर संख्या :
यूलर संख्या एक और प्रचलित अपरिमेय संख्या है। जैसा कि हम जानते हैं एक अपरिमेय संख्या को हम एक भिन्न के रूप में नहीं दर्शा सकते हैं। कई गनितिज्ञों ने इस संख्या का मान दशमलव के बाद कई संख्याओं तक ज्ञात किया लेकिन कोई ठोस प्रतिरूप नहीं मिला।
इस संख्या के मान को निकलने के कई तरीके हैं लेकिन किसी भी तरीके से इस संख्या का पूरा मान नहीं निकलता। इसका अनुमानित मान 2.7182818284590452353602874713527 के लगभग है।
गोल्डन अनुपात :
गोल्डन अनुपात भी एक अपरिमेय संख्या है। यह सबसे प्रचलित संख्या है या हम ऐसा कह सकते हैं की यह अनुपात श्रृष्टि कि हर चीज़ में होता है। यह एक विशेष संख्या है जिसे एक लाइन को दो भागों में इस प्रकार विभाजित किया जाता है कि अगर बड़े अंश में छोटे अंश का भाग दे तो वह बड़े अंश में लाइन कि पूरी लम्बाई का भाग देने के जितना होगा।
इसका संख्या का पूरा मान तो नहीं है लेकिन इसका अनुमानित मान की पहली कुछ संख्याएं निम्न हैं : 1.61803398874989484820… वज्ञानिकों के अनुसार इसे वास्तु कला में भी प्रयोग किया जाता है।
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