शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “करतारपुर” कॉरिडोर, भारत और पाकिस्तान के बीच एक पुल की तरह काम करेगा जिससे दोनों देशो के लोग करीब आ जाएंगे। पीएम मोदी ने ये बात, खाद्य मंत्री हरसिमरत कौर बादल के द्वारा ‘गुरु नानक जयंती’ के शुभ अवसर पे रखे गए एक समारोह के दौरान कही।
एएनआई के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा-“किसने सोचा था कि बर्लिन की दीवार गिर सकती है। शायद गुरु नानक देव जी के आशीर्वाद से, ‘करतारपुर’ का कॉरिडोर सिर्फ कॉरिडोर नहीं, जन जन को जोड़ने का बहुत बड़ा कारण बन सकता है।”
गुरुवार को यूनियन कैबिनेट ने पंजाब के गुरदासपुर ज़िले से इंटरनेशनल बॉर्डर तक एक कॉरिडोर बनाने का प्लान तय कर लिया है। पाकिस्तान के पंजाब में स्थित नरोवाल ज़िले में मौजूद “करतारपुर साहिब गुरुद्वारा” में भारतीय यात्रिओ को दर्शन का लाभ मिल सके इसलिए ऐसा किया गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के अनुसार, गुरु नानक की 550 जन्मदिन के अवसर पर “करतारपुर” के कॉरिडोर का प्रस्ताव पाकिस्तान ने भारत के सामने रखा था ताकि सिख यात्री आराम से दर्शन कर सकें।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने विदेश मंत्री सुष्मा स्वराज को लेटर लिखकर सरकार के इस फैसले की तारीफ की। उन्होंने इसमें लिखा-“अब जब हम इस रस्ते पे चल रहे हैं और प्यार और विश्वास का एक नया अध्याय लिख रहे हैं , तो मैं प्रार्थना करूँगा कि ये कार्य अखंडनीय और अप्रत्यक्ष बदलाव लाएगी और रिश्तो को पिघलाने का काम करेगी। ये पुल बनाके, द्वेष को जलाएगी और दोनों पडोसी मुल्कों के लिए एक आरामदायक मरहम का काम करेगी।”