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    मनीषा मौन

    2018 विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप जिसका आयोजन इस बार देश की राजधानी दिल्ली में 15 नवंबर को हुआ था। भारत की अनुभवी बॉक्सिंग स्टार लेशराम सरिता (60) किलो ग्राम वर्ग और मनीषा मौन (58) किलो ग्राम वर्ग में मुकाबला जीतकर प्रीक्वार्टरफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली हैं।

    पूर्व बॉक्सिंग चैंपियन लैशराम सरिता नें 10वें आईबा विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आगाज जीत के साथ किया।  सरिता(60) किलो ग्राम नें पहले राउंड में बाई मिलने के बाद दूसरे राउंड में स्विट्जरलैंड की सैंड्रा डियाना ब्रगर को 4-0 से मात दी,और वही साथ में खेले गए मुकाबले में भारत की मनीषा मौन नें 58 किलो ग्राम वर्ग में अमेरिकी की क्रिस्टिना क्रूज को 5-0 से मात देकर अपनी जगह भी प्रीक्वार्टरफाइनल में पक्की कर ली हैं।

    सरिता और मनीषा अपने आने वाले प्रीक्वार्टरफाइनल मुकाबले में रविवार को आयरलैंड कि केली हैंरिग्टन और कजाखस्तान की डीना से भिड़ेंगी। हैंरिग्टन नें 2016 विश्व बाक्सिंग में 64 किलो ग्राम में सिल्वर मेडल जीता था तो वही कजाखस्तान की डीना विश्व बॉक्सिंग की डिफेंडिंग चैंपियन हैं लेकिन मनीषा नें उन्हें 2018 में पोलेंड में खेले गए  सिलेसियन चैंपियनशिप में हराया था।

    हरियाणा की रहनें वाली 20 साल की मनीषा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैनें अपने कोच राफेल बरगामास्को, शिव सिंह और अली कमर की बात पर अमल किया उन्होंनें मुझे क्रूज के खिलाफ दूर से खेलने की रणनीति बताई थी। इस रणनीति सें मुझे आसानी से जीत भी हासिल हुई। उन्होनें अपने बायं हाथ से क्रूज को धोखे के कई पंच भी लगाए, उन्होनें कहा क्रूज काउंटर अटैक करती हैं और उनका राइट हुक बहुत खतरनाक हैं।

    सरिता ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि, उन्हें थोड़ा संघर्ष करना पड़ा और अपने देश में खेलने का एक अलग दबाव होता हैं, सबको उम्मीद होती है कि वह भारत के लिए मेडल लाए। वह अपनी इस जीत को अपने राज्य मणिपुर के लोगों को समर्पित करती हैं।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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