पूर्व केंद्रीय मंत्री ऍम जे अकबर को पत्रकार प्रिया रमानी केस में दोषी करार दिए जाने के बाद अब अकबर ने इस मामले में क़ानूनी सहारा लिया है। ऍम जे अकबर नें पत्रकार के खिलाफ मान हानि का मुकदमा दायर किया है। और उनके खिलाफ लगे हर आरोपों को साजिस और निराधार बताया है।
गौर करने वाली बात यह है कि प्रिय रमानी के बाद करीब एक दर्ज़न महिला पत्रकारों ने अपने ऊपर हुए यौन अपराधों का खुलासा किया है जिससे की अकबर की मुश्किल बढ़ती ही जा रही है।
ज्योति बासु जिन्हीने अकबर के साथ 15 सालों से काम किया है, अकबर को एक बहुत ही भला और नेक इंसान बताते हुए इससे एक साजिश करार दिया। बासु “The Sunday Guardian” नाम के अँगरेज़ी अख़बार की संपादक है जिसके मालिक ऍम जे अकब अख़बार है। और अकबर इसके संपादक भी रह चुके हैं इसी आधार पर बासु ने अकबर के खिलाफ ऐसी किसी भी आरोप को साजिश बताया है।
बासु का कहना है कि जब उन्होंने प्रिया का ट्वीट पढ़ा तो उन्हें बहुत हैरानी हुई। अकबर विदेशी दौरे पर थे, उन्होंने लौटते ही इस मुद्दे पर सफाई देते हुई कहा कि “कुछ हिस्सों को सबूत के बिना आरोप लगाने का संक्रामक बुखार हो गया है। मामला जो भी हो, अब मैं लौट आया हुँ। और आगे की कार्रवाई के लिए मेरे वकील इन बेबुनियाद आरोपों का पता लगाएंगे और आगे की कानूनी कार्रवाई पर फैसला लेंगे।