देश के साथ ही 2019 के आम चुनाव की तैयारी में जुटी केन्द्र सरकार के लिए भी यह बुरी खबर है। देश में अक्टूबर माह में देश में बेरोज़गारी की 6.9 प्रतिशत रिकॉर्ड की गयी है।
ये आँकड़े भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र (CMIE) ने एक रिपोर्ट में जारी किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार ये आँकड़ा पिछले 2 सालों में अपने उच्चतम स्तर पर है।
वहीं रिपोर्ट में बताया गया है कि अक्टूबर माह में देश की 42.4 प्रतिशत वयस्क जनता नौकरी करना चाहती थी।
वहीं देश में नौकरी चाहने वालों की संख्या में काफी इजाफ़ा हुआ है, इसी के साथ अब देश ऐसे लोगों की संख्या बढ़कर 2.95 करोड़ पहुँच गयी है, जबकि पिछले साल अक्टूबर महीने में में यही आँकड़ा 2.16 करोड़ का था।
वहीं देश में कुल कामगारों में से 82 प्रतिशत पुरुष व 92 प्रतिशत महिलाएं 10 हज़ार रुपये प्रति महीने से भी कम राशि के लिए काम कर रही है। वहीं 2015 में 43 प्रतिशत पुरुष व 71 प्रतिशत महिलाएं 5 हज़ार रुपये प्रति महीने से कम में काम कर रहीं थी।
रिपोर्ट के अनुसार भारत में कम वेतन मिलना एक सबसे बड़ी समस्या है। 2015 में करीब 67 प्रतिशत लोगों ने ये माना था कि उनकी मासिक आय 10 हज़ार से कम है।
मालूम हो कि देश में सातवाँ वेतन आयोग लागू होने के साथ न्यूनतम वेतन की सीमा को बढ़ाकर 18 हज़ार रूपये प्रति महीने कर दिया गया है।