दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में संपन्न हुए दो दिवसीय अखिल भारतीय संत समिति की बैठक में करीब 3000 साधू संतो ने हिस्सा लिया। इस बैठक में साधू संतो द्वारा एक स्वर में अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए कानून बनाने की मांग की गई।
संतो की इस बैठक में पहली बार ‘किन्नर अखाड़ा’ ने भी हिस्सा लिया। किन्नर अखाड़ा को अखिल भारतीय संत समिति की तरफ से इस बैठक का निमंत्रण पहुंचा था।
उज्जैन के किन्नर अखाड़ा की स्थापना 3 साल पहले की गई थी। किन्नर अखाड़ा किन्नरों के मानवाधिकार, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काम करता है।
संत समिति ने किन्नर अखाड़ा ने अयोध्या में राम राम मंदिर बनाने के समर्थन करते हुए 2019 में फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का आह्वान किया।
किन्नर अखरा के मुखिया आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि ‘अखिल भारतीय संत समिति ने पहली बार किन्नर अखरा को आमंत्रित किया था। यह वैदिक सनातन धर्म के खुलेपन को दिखाता है और यह किन्नर समुदाय के लिए खुला है। यह स्पष्ट रूप से कहा गया था जो राम का है, वो हमारा है। संत समिति की बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रण देना किन्नरों के प्रति समाज के बदलते सोंच को दिखाता है। इस बैठक में सम्मिलित हो कर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने दावा करते हुए कि राम मंदिर मुद्दे पर संत समिति की बैठक में उनकी उपस्थिति विशिष्ट कारण तक ही सीमित नहीं थी, त्रिपाठी ने कहा ‘यह लाखों सनातनियों में आत्म सम्मान और गौरव जगाने के उद्देश्य से था जिसे, राज्य और केंद्र सरकारें अपनी राजनीति के लिए कुचलती आईं हैं। राम मंदिर को आज सबसे बड़ी समस्या बना दिया गया है इससे लोग दुखी महसूस करते हैं।’
त्रिपाठी ने यह भी कहा कि मठ, मंदिर कर धार्मिक स्थलों पर सरकार का हस्तक्षेप असंवैधानिक है। यह इस देश के विवेक के खिलाफ है और फिर भी हम चुप हैं। अयोध्या में राम मंदिर होना चाहिए था और ये हो कर रहेगा।’
धारा 377 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि सनातन धर्म में सभी के लिए जगह है चाहे वो समलैंगिक हो या किन्नर और यही सनातन धर्म की सबसे बड़ी खूबी है।
किन्नर अखाडा अब अयोध्या में होने वाले धर्म सभा में हिस्सा लेने की तयारी कर रहा है। आखिर भारतीय संत समिति ने राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या में 25 नवम्बर को धर्म सभा का आयोजन किया है।
किन्नर अखाड़ा मंगलवार और बुधवार को अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम में भी शरीक होगा। अयोध्या में योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव मनाएंगे। किन्नर अखाड़ा ने प्रयाग राज में होने वाले कुम्भ में भी अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करेगा।