दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के उदघाटन के दौरान खुद से बदसुलूकी करने वाले पुलिस को अगले 4 दिनों में सबक सिखाने की धमकी दी है दिल्ली भाजपा अध्यक्ष और उत्तरी दिल्ली से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने।
तिवारी के साथ भाजपा के कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने सिग्नेचर ब्रिज के उदघाटन समारोह में जबरदस्ती प्रवेश करने की कोशिश की। उसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में हाथापाई शुरू हो गई। उनके बीच बीच बचाव करने दिल्ली पुलिस को कूदना पड़ा।
एएनआई द्वारा जारी एक वीडियो मे तिवारी को एडिशनल डीसीपी-आई आर पी मीना के साथ जूझते हुए देखा गया है। घटना के कुछ मिनट बाद, तिवारी ने एएनआई को बताया: ‘पुलिस के कुछ लोगों ने जो अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर मुझ धक्का मुक्की किया है, उनलोगों की शिनाख्त हो गई है। कोई मीना है जो यहाँ के एडिशनल डीसीपी हैं। मैं एक एक लोगों को पहचान चूका हूँ और सबकी कुंडली निकाल चूका हूँ। चार दिन के अंदर इन्हे बताऊंगा कि पुलिस क्या होती है।’
उत्तरी दिल्ली से भाजपा सांसद ने एक और वीडियो जारी किया जिसमे आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान मनोज तिवारी को धक्का देते हुए देखे जा सकते हैं।
पुरे घटनाक्रम को अस्वीकार्य बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ट्विटर इस बवाल के लिए दिल्ली के उपराजयपाल अनिल बैजल को भी लपेटे में ले लिया।
Unprecedented. Chaos by BJP at Signature Bridge inauguration site. Its a Del govt prog. Police mute spectator. Can LG, being head of Del police, ensure peace and order at Signature bridge inauguration site?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 4, 2018
संयुक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी सीमा) के रविंद्र यादव ने कहा: ‘जहां तक पुरे विवाद का सवाल है … विवाद का मूल बिंदु यह था कि सांसद मंच पर चढ़ना चाहते थे जबकि आयोजक नहीं चाहते थे कि वह ऐसा करे। बीजेपी समूह मंच की तरफ बढ़ रहा था, इसलिए डीसीपी, एडीडीएल डीसीपी और एसीपी समेत पुलिस अधिकारी दोनों समूहों के बीच एक बफर की तरह थे।’
पुलिस का कहना है कि टकराव को टालना और स्थिति को संभालना हमारी पहली प्राथमिकता थी। इस तरह की दवाब और तनाव की स्थिति में हमें तुरंत कार्रवाई करनी पड़ती है। हमें तिवारी के कमेंट पर कोई कमेंट नहीं करना है।