पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान चीन के चार दिवसीय अधिकारिक दौरे पर हैं। पीएम खान पाकिस्तान की आर्थिक आपदा से निपटने के लिए चीन की मदद के आसरे में है। पाकिस्तान ने इससे पूर्व अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से बैलआउट पैकेज की मांग की थी। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान ने चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात की थी।
ख़बरों के मुताबिक पाकिस्तान को चीन से 6 बिलियन डॉलर आर्थिक मदद मिलने की सम्भावना है। सूत्रों के अनुसार 1.5 बिलियन डॉलर के कर्ज का चीन ने इमरान खान को ऑफर दिया है जबकि सीपीईसी परियोजना के लिए 3 बिलियन डॉलर का अतिरिक्त पैकेज भी दिया है। यह कर्ज और निवेश 6 बिलियन डॉलर के तहत है।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान इससे पूर्व सऊदी अरब के दौरे पर गए थे। इस यात्रा के दौरान रियाद ने पकिस्तान को 6 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया था। इस 6 बिलियन डॉलर की मदद के रियाद 3 बिलियन डॉलर कर्ज व शेष पाकिस्तान के 3 बिलियन डॉलर के तेल आयत के भुगतान को माफ़ करेगा।
पाकिस्तान के वित्त मत्री असद उमर ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार आर्थिक जरूरतों की पूर्ती के लिए आईएमएफ की बजाय अपने मित्र देशों से मदद के लिए बातचीत कर रही है। हाल ही में इमरान खान ने बयान दिया था कि संभव है कि पाकिस्तान को आईएमएफ से बैलआउट पैकेज लेने की जरुरत ही न हो। आईएमएफ ने कर्ज से पूर्व सीपीईसी सहित अन्य कर्ज के स्त्रोतों का खुलासा करने को कहा था।
इमरान खान की साकार के मंत्री ने सीपीईसी परियोजना की आलोचना की थी। अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने चीन की परियोजना को कर्ज का जाल कहा था।
चीनी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा था कि इमरान खान के इस दौरे से दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय रिश्तों के एक नया अध्याय शुरू होगा। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को आर्थिक संकट से उभारने के लिए चीन हर संभव मदद करने को तत्पर है।