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    जापान का एक टापू

    चीन और जापान के मध्य जहां द्वीपों पर अधिकार को लेकर जहां हंगामा चल रहा है वहीँ जापान के उत्तरी दिशा में स्थित एक छोटा टापू गायब है। जापान का विभाग द्वीप पर सर्वे करने के लिए योजनायें बना रहा है। जापान को डर है कि टापू डूब चुका है क्योंकि जापान में जलस्तर सिकुड़ता जा रहा है।

    गायब हुए टापू ईसाम्बे हनाकिता कोजिमा का जापान ने आखिरी बार आधिकारिक सर्वे साल 1987 में किया गया था। इस सर्वे में टापू के क्षेत्रपल के बाबत को जानकारी मौजूद नहीं थी। हाल ही में समुंद्री स्तर से टापू 1.4 मीटर बढ़ गया था। यह टापू जापान के उत्तरी होकाईडो द्वीप से साफ़ दिखाई देता था हालांकि अब यह टापू गायब हो गया है।

    तटीय सुरक्षाकर्मी ने बताया कि छोटे से टापू का यूं गायब हो जाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस टापू के गायब होने से जापान के क्षेत्रीय जलस्तर थोड़ा प्रभावित जरुर होगा। जापान को पैसिफिक में स्थित ओकिनोटोरी द्वीप को सुरक्षित रखने की जुगत में है।

    पैसिफिक में स्थित टापू पर जापान का चीन और दक्षिण कोरिया के साथ इस इलाके की संप्रभुता को लेकर विवाद    चल रहा है। साल 2015 में 300 मीटर जमीन का एक टुकड़ा समुद्र से निकलकर खुद ब खुद होकाईडो के तट से जुड़ गया था।

    शुरुआत में इस रहस्यमय गतिविधि को देखकर सभी आश्चर्यचकित हो गए थे। भूवैज्ञानिकों के मुताबिक पानी के आंतरिक तल से धक्के के कारण लैंडस्लाइड हुई, और जमीन को एक टुकड़ा खिसक गया था। साल 2013 में टोक्यो के दक्षिण से 1000 किलोमीटर दूर एक ज्वालामुखी टापू को देखा गया था। यह टापू वहां स्थित द्वीपों को निगल रहा है और लगातार इसके कद में इजाफा होता जा रहा है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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