राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाह ने बुधवार को एक चौंकाने वाला दावा किया, जिससे संकेत मिलता है कि बिहार में मुख्यमंत्री का पद जल्द ही खाली हो सकता है।
कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार राजनीति में अपने संतुष्टि तक पहुँच गए हैं और अब वह अपने कदम नीचे हटाना चाहते हैं। हालांकि, कुशवाहा ने ये भी कहा कि यह इस बात का तात्पर्य नहीं था कि वह मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे और कहा कि कोई भी उन्हें अपनी इच्छाओं से बाहर निकलने के लिए मजबूर नहीं कर सकता है।
कुशवाहा के इस खुलासे ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में सनसनी मचा दी है।
सरदार पटेल की 143 वीं जयंती के अवसर पर पटना में अपनी पार्टी के युवा श्रमिकों को संबोधित करते हुए कुशवाह ने यह भी दावा किया कि नीतीश कुमार 2020 में विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री के रूप में जारी नहीं रहना चाहते थे।
कुशवाहा ने दावा किया कि कोई भी कुमार को उनसे बेहतर नहीं जानता, कुशवाह ने कहा कि जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष ने उन्हें बताया था कि 15 वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद, वह बतौर मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल अब जारी नहीं रखना चाहते थे।
कुशवाहा ने कहा कि मैं न तो राजनीति कर रहा हूं और न ही मैं मुख्यमंत्री पर कोई व्यंग्यात्मक टिप्पणी कर रहा हूं, लेकिन उन्होंने (नीतीश कुमार) ने 2020 से आगे नहीं बढ़ने की अपनी इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा था ‘मैंने 15 वर्षों तक शासन किया है। अब और कितने दिनों तक मुख्यमंत्री बने रहूँगा।’
इस बीच, अभी तक न तो कुमार और न ही जेडी (यू) ने कुशवाह के सनसनीखेज दावे के बारे में कोई बयान जारी किया है।
कुशवाह की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी राज्य और केंद्र में भाजपा के सहयोगी हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि भाजपा और जेडीयू के बीच 50-50 फॉर्मूले के तहत हुए समझौते से वो नाराज हैं।