दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने बुधवार को भारत के प्रधानमन्त्री के लिए एक प्यारा सा ट्वीट किया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने भारतीय प्रधानमन्त्री का खूबसूरत भारतीय पारंपरिक हाफ जैकेट भेजने के लिए शुक्रिया कहा था।
मून जे इन ने लिखा था कि भारत से उनके लिए पारंपरिक परिधान भिजवा दे। यह भारतीय पारंपरिक शैली का आधुनिक डिजाईन है। इसे ‘मोदी वेस्ट’ या मोदी जैकेट कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसे कोरिया में भी लोग आसानी से पहन सकते हैं, ये बिलकुल फिट होता है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की यात्रा के दौरान मैंने नरेन्द्र मोदी से कहा था कि वह जैकेट में अच्छे लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने मेरे साइज की जैकेट मुझे भिजवा दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी के इस दयालु भाव के लिए धन्यवाद कहना चाहता हूं।
Prime Minister @narendramodi of India sent me some gorgeous garments. These are modernized versions of traditional Indian costume, known as the ‘Modi Vest’, that can also be worn easily in Korea. They fit perfectly. pic.twitter.com/3QTFIczX6H
— 문재인 (@moonriver365) October 31, 2018
राष्ट्रपति मून ने पीएम मोदी को सीओल पीस प्राइज जीतने के बाद किया ट्वीट के लिए भी धन्यवाद कहा था। उन्होंने कहा कि मैंने पीएम मोदी के सीओल पीस प्राइज जीतने के बाद ट्वीट पढ़े थे उन्होंने कोरियाई भाषा में लिखा था। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी को तहेदिल से जीत की बधाई देना चाहता हूं।
During my visit to India, I had told the Prime Minister @narendramodi that he looked great in those vests, and he duly sent them over, all meticulously tailored to my size. I would like to thank him for this kind gesture. pic.twitter.com/wRgekJSW16
— 문재인 (@moonriver365) October 31, 2018
मीडिया की ख़बरों के मुताबिक राष्ट्रपति किम जोंग उन की पत्नी और दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जुंग सुक अगले सप्ताह चार दिन की यात्रा के लिए भारत आएँगी। इस यात्रा के दौरान किम जुंग सुक प्रधानमन्त्री मोदी से भी मुलाकात करेंगी।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति का पीएम मोदी को शुक्रिया कहने के बाद ट्विटर यूजर से ने कहा कि असल में इस जैकेट को नेहरु जैकेट कहते हैं।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ओमार अब्दुल्ला ने कहा कि यह बेहद अच्छा है कि पीएम मोदी ने जैकेट भेजी लेकिन क्या इन्हें असली नाम से नहीं भेजा जा सकता था। उन्होंने कहा कि अपनी पूरी जिंदगी के दौरान मैंने इसे नेहरु जैकेट के नाम से ही जाना है लेकिन आज मोदी जैकेट का लेबल देख रहा हूँ। यह साल 2014 से पूर्व तो संभव नहीं था।