भारत ने गणतंत्र दिवस के समारोह में शिरकत के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को आमंत्रित किया था। वाइट हाउस ने कहा कि भारत में गणतंत्र दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि का आमंत्रण अमेरिका के राष्ट्रपति स्वीकार नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में राष्ट्रपति ट्रम्प की व्यस्त अनुसूची है।
पिछले वर्ष द्विपक्षीय यात्रा पर अमेरिका गए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि की तौर पर आमंत्रित किया था। वाइट हाउस की प्रेस प्रवक्ता सारा संदेर्स ने जुलाई में कहा था कि भारत की ओर से समारोह का आमंत्रण मिला है लेकिन राष्ट्रपति के उस दौरान व्यस्त होने के कारण वह भारत नहीं जा सकते हैं।
वाइट हाउस ने कहा कि भारत के गणतंत्र दिवस के समारोह के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों की सभा को संबोधित करेंगे। स्टेट ऑफ़ दी यूनियन को अमेरिका के राष्ट्रपति जनवरी के अंतिम सप्ताह या फ़रवरी के शुरूआती सप्ताह में संबोधित करते हैं।
अमेरिकी प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और नरेन्द्र मोदी के मध्य एक मज़बूत बोंड हैं और डोनाल्ड ट्रम्प भारत और अमेरिका के संबंधों को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि दोनों राष्ट्रों के प्रमुखों के मध्य दो बार बैठक हुई है साथ ही कई बार फ़ोन पर बातचीत हुई है। दोनों प्रमुख सदैव ही दोनों राष्ट्रों के रिश्तों को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं।
नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 30 नवम्बर से 1 दिसम्बर को अर्जेंटीना में आयोजित जी-20 के सम्मेलन में शामिल होंगे। संभव है कि दोनों नेता इस आयोजन के दौरान मुलाकात करे और द्विपक्षीय सम्बन्ध के बाबत बातचीत करे।
प्रत्येक वर्ष भारत गणतंत्र दिवस के समारोह में वैश्विक नेताओं को आमंत्रित करता है। साल 2015 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आये थे। इस वर्ष आसियन देशों के 10 नेताओं ने गणतंत्र समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी।
साल 2016 में में फ्रांस के राष्ट्रपति फ़्रन्कोइस हॉलैंड गणतंत्र दिवस की परेड में मुख्य अतिथि थे जबकि साल 2014 में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने शिकत की थी।