कल 31 अक्टूबर को देश के पहले गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की जन्मतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के नर्मदा जिले में स्टेचू ऑफ़ यूनिटी का अनावरण करेंगे। सरदार पटेल की ये 182 मीटर ऊँची मूर्ती दुनिया की सबसे ऊँची मूर्ती होगी।
एक ओर जहाँ मोदी आज़ादी के बाद देश के विभिन्न रियासतों को भारत में मिला कर अखंड भारत के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान देने वाले सरदार पटेल की मूर्ती के जरिये उन्हें श्रद्धांजलि दे रही है वहीँ दूसरी ओर देश में इसपर राजनीति भी तेज हो गई है।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बागी नेता शंकर सिंह वाघेला ने इसे बस मोदी का पटेल के नाम पर मार्केटिंग और राजनितिक फायदा लेने की कोशिश बताया है। वाघेला ने कहा कि मोदी को मूर्ती बनाने की बजाये CBI और RBI जैसी संस्थाओं में यूनिटी पर ध्यान देना चाहिए।
ऐसे वक़्त में जब देश की बड़ी और इज्जतदार संस्थाओं CBI और RBI में आपसी घमासान मचा हुआ है, मोदी पहले उसे सुलझाना चाहिए उसके बाद यूनिटी पर कोई बात करें तो शोभा देगा।
वाघेला ने पत्रकारों से बात करते हुए सवाल किया ‘आप किस यूनिटी की बात कर रहे हैं?’
मोदी पहले CBI और RBI को संगठित करें, गिरते रुपये को संगठित करें फिर किसी और यूनिटी की बात करें।
वाघेला ने जेल में बंद पाटीदारों की बात करते हुए मोदी पर निशाना साधा। वाघेला ने कहा कि ‘मोदी सरदार की बात करते हैं तो उन्हें जेल में बंद पाटीदार युवा को रिहा करना चाहिए पहले।’ वाघेला का इशारा जेल में बंद पाटीदार नेता अल्पेश कथिरिया की ओर था।
वाघेला ने कहा कि सरदार पटेल की सादगी, लौह पुरुष जैसे व्यक्तित्व और करोड़ों के खर्च से बने मूर्ती के बीच कोई तुलना ही नहीं हो सकती। हर कोई इस मूर्ती के निर्माण के पीछे मोदी की चाल को समझ रहा है। ऐसे वक़्त में जब गुजरात पर 2,50,000 करोड़ का कर्ज है 3,000 करोड़ की लागत से बने इस मूर्ती पर जनता की मेनहत और टैक्स के पैसों को बर्बाद किया गया है।
वाघेला ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो अहमदाबाद एयरपोर्ट का नामकरण सरदार पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट करने के दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तत्कालीन प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के सामने काले झंडे लहराए थे और नामकरण का विरोध किया था। वाघेला ने कहा ‘ऐसे लोगों के दिल में अब पटेल के लिए प्यार उमड़ रहा है तो वो सिर्फ और सिर्फ राजनितिक फायदे के लिए है। ‘
कल स्टेचू ऑफ़ यूनिटी के अनावरण समारोह को भव्य और सफल बनाने के लिए गुजरात सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस उदघाटन समारोह में भाजपा शासित कई राज्यों के मुख़्यमंत्रिओं के शामिल होने की भी उम्मीद है।