आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विपक्ष के नेता वाईएस जगन मोहन रेड्डी के ऊपर विशाखापत्तनम एयरपोर्ट पर हुए हमले के बाद रेड्डी द्वारा इलाज के लिए हैदराबाद जाने को लेकर कडा ऐतराज जताया है।
नायडू ने कहा कि रेड्डी को पहले आंध्रप्रदेश पुलिस के पास आना चाहिए था, अब ऐसे में आंध्रप्रदेश पुलिस किसी दूसरे राज्य में कैसी जाँच करेगी?
मालूम हो कि हैदराबाद को तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के अलगवा से अगले 10 सालों तक संयुक्त राजधानी चुना गया है। ऐसे में राज्य के विभाजन के बाद यह पहली बार हो रहा है कि राजनेता व अधिकारी इस बात को लेकर चर्चा कर रहे हैं कि रेड्डी अपना इलाज हैदराबाद में क्यों करवा रहे हैं?
वहीं अब लोग यह भी सवाल पूछ रहे हैं कि अभी तक चंद्रबाबू नायडू हैदराबाद को संयुक्त राजधानी के रूप में स्वीकार कर रहे थे, अब अचानक वो ऐसा क्यों सोचने लगे कि हैदराबाद सिर्फ तेलंगाना की ही राजधानी है।
मालूम हो कि आंध्र प्रदेश सरकार के अधीन आने वाले कई सरकारी दफ्तर अभी भी हैदराबाद में ही संचालित हो रहे हैं, ऐसे में चंद्रबाबू नायडू का हैदराबाद को लेकर आया ये बयान काफी चौकाने वाला है।
वहीं तेलंगाना में कार्यरत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने चंद्र बाबू के इस बयान को लेकर हैरानी जताते हुए कहा है कि “बाबू के बयान के अनुसार अगर कोई भी मुजरिम आंध्रप्रदेश में जुर्म करने के बाद तेलंगाना में शरण ले लेता है तो आंध्रप्रदेश पुलिस कोई भी एक्शन नहीं ले पाएगी।”
मालूम हो कि आंध्र प्रदेश पुलिस के पास राज्य की राजधानी होने के नाते हैदराबाद में किसी भी तरह की जाँच करने का अधिकार है।