पाकिस्तान और चीन के मध्य चीन-पाक आर्थिक गलियारे की परियोजना के बाद करीबी बढती जा रही है। इन नजदीकियों से न सिर्फ भारत परेशान है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के माथे में भी लकीरे बनी हुई है। ख़बरों के मुताबिक चीन ने पाकिस्तान की राजधानी से जोड़ते हुए एक रेल एंड रोड कार्गो सुविधा का अनावरण किया है।
खबरों के मुताबिक यह रेल लिंक चीन के गांसू प्रांत की राजधानी लन्ज़्हौ से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद को जोड़ेगा। मंगलवार की सुबह पहली ट्रेन चीन से मशीनी उपकरण, ऑटो पार्ट और रोजमर्रा की जरुरत की वस्तुओं को लेकर पाकिस्तान के लिए रवाना हुई थी। यह ट्रेन उइगर मुस्लिमों के निवास प्रांत शिनजियांग के काश्गर इलाके से होकर गुजरेगी। रिपोर्ट के मुताबिक हाईवे से माल को इस्लामाबाद भेज दिया जायेगा।
चीनी अख़बार चाइना डेली के मुताबिक चीन के मैनेजमेंट कमिटी के उपनिदेशक लुओ जहे ने बताया कि 4500 किलोमीटर की इस यात्रा में 13 दिन लगेंगे। जबकि पारंपरिक समुद्री रास्ते से इस दूरी को तय करने में अनुमानित 15 दिन लगते हैं।
साल 2016 में रेल एंड रोड कार्गो सुविधा को लन्ज़्हौ और नेपाल के काठमांडू से जोड़ा गया था। चीन के रेल नेटवर्क पाकिस्तान से जोड़ने के साथ ही यह चीन के लिए दक्षिण एशिया तक पहुँचने का दूसरा मार्ग बन गया है।
चीनी उपनिदेशक ने कहा कि उम्मीद है कि पाकिस्तान और चीन को जोड़ने वाला रेल नेटवर्क सहयोग के लिए एक उचित उदाहरण साबित होगा। यह अन्य देशों को भी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
चीन और पाकिस्तान सहयोग से लाखों डॉलर की परियोजना चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का निर्माण कर रहे हैं। यह चीन का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के अंतगर्त है। यूरोप और अफ्रीका में अपनी पैठ बनाने के लिए चीन ने विकासशील देशों को कर्ज देकर इस परियोजना में सहयोग करने के लिए प्रभावित किया है।
सीपीइसी परियोजना चीन के स्वायत्त उइगर मुस्लिम के इलाके शिनजियांग को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ रही है। ग्वादर बंदरगाह ईरान के चाबहार बंदरगाह से 20 मील की दूरी पर स्थित है जिसका विकास का जिम्मा भारत ने ले रखा है।