आरएसएस से जुड़े संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने बकरीद पर होने वाली जानवरो की कुरबानी का विरोध किया है। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने मंगलवार को प्रेस बुलाकर यह बात कही। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के प्रमुख ने मुसलमानो को सम्बोधित करते हुए कहा कि बकरीद पर बेज़ुबान जानवरो की क़ुर्बानी ना दी जाए और केक काटकर बकरीद मनाई जाए।
तीन तलाक़ के बाद आरएसएस के मुस्लिम संगठन ‘राष्ट्रीय मुस्लिम मंच’ ने बकरीद पर होने वाले क़ुर्बानी पर सवाल खड़ा किया है। लखनऊ में हुई प्रेस वार्ता में मुस्लिम मंच के प्रमुख राजा रईस खान ने कुरान और हदीस का हवाला देते हुए कहा कि कहीं भी बकरीद पर किसी बेज़ुबान जानवर को मारने की बात पैगम्बर ने नहीं कही है। किसी भी पैगम्बर ने कही पर भी क़ुर्बानी की बात नहीं की है, बल्कि रहमत की बात की है।
बकरीद में कुछ ही दिन ही बाकी है ऐसे में मुस्लिम मंच के इस बयान से लगता है, कि वे एक नई मुहीम से विवाद खड़ा करना चाहते है। राजा रईस के मुताबिक जिस बात का हवाला देकर क़ुर्बानी दी जाती है, वो कभी हुआ ही नहीं। उन्होंने आगे कहा की जब रसूल ने अपने बेटे की जान दी तो अल्लाह ने उसे ज़िन्दगी बक्शी थी। इसी प्रकार बकरीद पर किसी बेजुबान का क़त्ल करना कोई जायज़ बात नहीं है।
आगे राजा ने कहा कि दूध से बने केक को काटकर बकरीद मनाई जानी चाहिए, उन्होंने कहा की पिछले साल भी राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने केक काटकर ईद मनाई थी।