बाज़ार के लिहाज़ से ये सप्ताह निवेशकों के लिए किसी भयानक सपने की तरह गुज़रा है। एक ओर अभी तक बहुत संभल कर चल रहीं तेल कंपनियों को सरकार के 1 रुपये प्रति लीटर की छूट के फैसले के चलते 18 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा है, वहीं दूसरी ओर रुपये की कीमत भी शुक्रवार को अपने नए निम्नतम रिकॉर्ड को बनाते हुए 74 रुपये प्रति डॉलर पर आ पहुंची।
पूरे सप्ताह की बात करें तो सेंसेक्स को इस सप्ताह 1,850 अंक व निफ्टी को 614 अंकों का नुकसान उठाना पड़ा।
इसके पहले अगस्त में सेंसेक्स 38,989.65 अंकों पर था, वहीं निफ्टी 11,760.20 अंकों पर था। उसके बाद से ही अब तक इन दोनों में करीब 12 प्रतिशत की गिरावट हुई है।
एक ओर जहाँ आरबीआई ने अपनी द्विमासी बैठक में फैसला करते हुए अपनी रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला किया, फैसला आते ही बाज़ार धराशायी हो गया, जिसके चलते निवेशकों की 3 लाख करोड़ से भी ज्यादा की राशि डूब गयी।
रुपये ने अपनी कीमतों में गिरावट का सिलसिला पूरे सप्ताह जारी रखा, लेकिन रेपो रेट को स्थिर रखने को लेकर आए आरबीआई के फैसले के बाद रुपये ने 74.22 रुपये प्रति डॉलर का नया न्यूनतम रिकॉर्ड बना डाला।
रुपये की इस प्रदर्शन की ही वजह से अब भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगना शुरू हो गया है। इन्हीं कारणों से बैंकिंग सेक्टर की लिक्विडिटी भी प्रभावित हो रही है।
तेल कंपनियां जो अपने को अभी तक बचा के चल रहीं थी। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में लगातार बढ़ती तेल की कीमतों के बावजूद तेल कंपनियां उपभोक्ताओं को किसी भी तरह की राहत देने को तैयार नहीं थी, लेकिन सरकार द्वारा 1 रुपये प्रति लीटर की दर से मूल्य घटाने को लेकर अब उन्हे सीधे 18 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा है।
अगले सप्ताह कैसे रहेंगे हालात?
अगले सप्ताह बाज़ार के हालात घरेलू कारकों, अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं व सरकार की नीतियों पर पूरी तरह निर्भर रहेंगे।
बाज़ार की नज़र सबसे ज्यादा सरकार के ऊपर रहेगी, ऐसे सरकार द्वारा कोई बड़ा फैसला देखने को मिल सकता है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व अभी अपनी दरें घटाने के मूड में नहीं है, ऐसे में रुपये की कीमत पर कोई सुधार शायद ही देखने को मिले।
निफ्टी के और भी नीचे जाने की संभावना है। निफ्टी इसी के साथ ही 10,100 से 10,050 अंको के बीच रह सकती है, जिससे निवेशकों को काफी परेशानी हो सकती है।
इस हफ्ते बाज़ार को हुआ कितना नुकसान?
इस सप्ताह सेंसेक्स करीब 1850.15 अंक डूब गया। इस तरह सेंसेक्स में कुल 5.1 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी। सेंसेक्स फिलहाल 34,376.99 अंकों पर है। वहीं निफ्टी को 5.61% का सीधा नुकसान हुआ। इससे निफ्टी 616.46 अंक टूट कर 10,316.45 अंकों पर आ गया है।
इस सप्ताह भारती एयरटेल को 16.67 प्रतिशत, ओएनजीसी को 16.51 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ को 16.21 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा को 12.28 प्रतिशत और हीरो मोटोकॉर्प को 11.35 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा है।
वहीं दूसरी ओर यस बैंक 1.48 प्रतिशत व विप्रो 1.47 प्रतिशत के साथ फायदे में रही हैं।
बाज़ार की बात करें तो इस हफ्ते विदेशी निवेशकों ने 9,522.44 करोड़ रुपये की कीमत के स्टॉक बेंचे हैं। वहीं घरेलू निवेशकों ने 6,933.07 करोड़ रुपये की कीमत के स्टॉक खरीदे हैं।
निवेशकों को इसी के साथ उम्मीद है कि आरबीआई सरकार के साथ मिल कर इस समस्या का कोई हल जरूर निकालेगी।