फोरेक्स मार्केट में रुपये की कीमत में भरी गिरावट के बाद रुपया अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में डॉलर के मुक़ाबले 74 रुपये प्रति डॉलर की कीमत तक पहुँच गया है।
विशेषज्ञों की मानें तो आरबीआई के द्वारा रेपो रेट को स्थिर रखने, अमेरिकी फेडरल रिज़र्व द्वारा दरों को लगातार बढ़ाए जाने व अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में तेज़ी से बढ़ते कच्चे तेल के दामों को देखते हुए ये अनुमान लगाया जा रहा है कि रुपया जल्द ही 75 रुपये प्रति डॉलर का आंकड़ा पार कर सकता है।
गुरुवार को हुई आरबीआई की द्विमासी बैठक के बाद रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया था, जिसके बाद विशेषज्ञों को विश्वास था कि इससे रुपये को थोड़ा दम मिल सकता है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि रुपये ने इसी के साथ अपना नया न्यूनतम रिकॉर्ड बना डाला।
इसी के साथ कल बाज़ार बंद होने तक रुपया 55 पैसे और गिरकर 74.20 रुपये प्रति डॉलर पर पहुँच गया था।
पिछले शुक्रवार बाज़ार मंद होने पर रुपया 73.77 रुपये प्रति डॉलर पर आकार बंद हुआ था, यही आंकड़ा उससे पिछले हफ्ते बाज़ार बंद होने तक 1.29 रुपये के सुधार के साथ 72.48 रुपये प्रति डॉलर पर था।
आरबीआई की छः सदस्यी मौद्रिक नीति कमेटी जिसकी अध्यक्षता आरबीआई गवर्नर कर रहे है, उसने यह निश्चय किया था की बाज़ार के हालत को देखते हुए रेपो रेट में फिलहाल कोई बदलाव न किया जाये।