चेन्नई के औरागाडम इंडस्ट्रियल बेल्ट पर यामाहा व रॉयल एन्फ़ील्ड के मजदूरों ने उत्पादन रोक दिया है। इस समय करीब 3,700 मजदूर हड़ताल पर बैठे हुए हैं।
यामाहा के मजदूरों ने ये आरोप लगाया है कि कंपनी उनके साथ नाइंसाफी कर रही तथा कंपनी सरकार द्वारा कर्मचारियों के हित में जारी निर्देशों का भी पालन नहीं कर रही है।
इस हड़ताल का कारण यामाहा द्वारा हाल ही में बर्खास्त किए गए दो कर्मचारी के समर्थन तथा उनकी वापसी की मांग है।
इस हड़ताल में मजदूरों का पूरा यूनियन उनके साथ है। इस यूनियन ने रॉयल एन्फ़ील्ड पर ये आरोप लगाया है कि सरकार के निर्देश के अनुसार 6 वर्ष का अनुभव रखने वाले कर्मचारी को कम से कम 30,000 रुपये प्रति महीने की दर से तनख्वाह दी जाये लेकिन कंपनी उसका पालन न करते हुए सिर्फ 17,000 रुपये प्रति महीने की दर से तनख्वाह दे रही है।
वहीं दूसरी ओर रॉयल एन्फील्ड ने इस बात का खंडन करते हुए ये कहा है कि उसके सभी कर्मचारी आज काम पर आये हुए हैं हालाँकि कुछ इस वक़्त काम पर नहीं हैं लेकिन वे फिर भी उत्पादन यूनिट में मौज़ूद हैं।
मालूम हो कि रॉयल एन्फील्ड में प्रतिदिन करीब 750 मोटरसाइकिलें तैयार होती हैं, लेकिन सूत्रों की माने तो कल का उत्पादन शुन्य रहा है।
यूनियन का ये भी आरोप है कि प्रोबेशन पीरियड पर चल रहे कर्मचारिओं को न तो अभी तक स्थायी किया गया है और ना ही उन्हें कंपनी से निकाला गया है ऐसे में इस तरह के कर्मचारिओं को अपने भविष्य के लिए चिंता सताने लगी है।
रॉयल एन्फ़ील्ड में कल सुबह से ही हड़ताल शुरू हो गयी थी। यूनियन ने दावा किया है कि इस हड़ताल में कंपनी के लगभग सभी मजदूर शामिल हुए हैं।