ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को कहा कि सद्दाम हुसैन की तरह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी ईरान से मुकाबले में विफल हो जायेगा।
मध्य पूर्व की दो ताक़तों के बीच युद्ध का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि तेहरान अपनी मिसाइल का परित्याग नहीं करेगा।
डोनाल्ड ट्रम्प केा ऐतिहासिक परमाणु समझौते से पाँव पीछे खींचने के साथ ही इस्लामिक राज्य पर आर्थिक प्रतिबन्ध लगाने से अमेरिका और ईरान के बीच तकरार बढ़ गयी। अफगान राष्ट्रपति ने कहा कि वार्षिक परेड के दौरान तेहरान खाड़ी में दोबारा नौसेना की ताक़त को दिखायेगा।
हाल ही में ईरान ने चेतावनी दी थी कि खाड़ी में अन्य खाड़ी देशों को तेल निर्यात करने पर पाबंदी लगाने के लिए मिलिट्री कि मदद लेगा। यह यूएस के तेहरान पर तेल निर्यात करने पर थोपे प्रतिबंधों का प्रतिशोध होगा।
वांशिगटन ने तेल निर्यात रोकने के लिए खाड़ी में एक बेड़ा तैनात कर रखा है। मीडिया से मुखातिब होते हुए हसन रूहानी ने कहा कि अमेरिका का भी वही हाल होगा जो सद्दाम का हुआ था।
उन्होंने कहा ईरान अपने सुरक्षा हथियारों का त्याग नहीं करेगा। स्थानीय मीडिया के अनुसार शनिवार को 600 जहाजों ने खाड़ी नौसेना ड्रिल में हिस्सा लिया। अभ्यास सत्र के बाद मीडिया ने कहा कि ईरान दुश्मन देशों का इंतज़ार कर रहा है।